बिहार विधान सभा की 10 सीटों के लिए उपचुनाव को लेकर राजनीतिक सरगरमी बढ़ गयी है। सीटों पर समझौते और गठबंधनों में वार्ता का दौर चल रहा है। इस बीच राजद, जदयू और कांग्रेस ने सीटों का बंटवारा तय कर लिया है। हालांकि मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने कहा है कि यह उपचुनाव के लिए तालमेल है। गठबंधन उपचुनाव के बाद होगा।
सीटों के बंटवारे के अनुसार, चार-चार सीटों पर जदयू और राजद तथा दो सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़ेगी। समझौते के अनुसार, जदयू परबत्ता, जाले, मोहनिया और हाजीपुर सीटों पर चुनाव लड़ेगा, जबकि राजद बांका, राजनगर, छपरा और मोहिदीनगर सीट से चुनाव लड़ेगी। भागलपुर व नरकटियांगज सीटे कांग्रेस के कोटे में गयी है। एक से दो दिनों में बंटवारे की औपचारिक घोषणा कर दी जायेगी।
सूत्रों के मुताबिक, जाले से पूर्व विधायक विजय कुमार मिश्र के पुत्र ऋषि मिश्र उम्मीदवार बनाये जायेंगे। जाले भाजपा की सीट रही है। भाजपा के टिकट पर ही विजय कुमार मिश्र विधायक निर्वाचित हुए थे। परबत्ता की सीट 2010 में राजद के खाते में आयी थी। सम्राट चौधरी यहां से विधायक थे। इन्होंने भी राजद और विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दिया था। अब वे जदयू से विधान पार्षद और सरकार में मंत्री हैं। मोहनिया की सीट पर 2010 में जदयू के छेदी पासवान विजयी हुए थे। लेकिन लोकसभा चुनाव के दौरान वे भाजपा में शामिल हो गये। जदयू इसे अपनी सीट मान रहा है. नरकटियागंज की सीट कांग्रेस को दी गयी है. 2010 के चुनाव में कांग्रेस इस सीट पर दूसरे स्थान पर रही थी। उसे दूसरी सीट भागलपुर दी गयी है. यहां भी कांग्रेस 2010 के चुनाव में दूसरे स्थान पर थी.
उधर उपचुनाव के लिए भाजपा अपने प्रत्याशियों की घोषणा 29या30जुलाई को करेगी। रविवार को केंद्रीय कमेटी को स्क्रीनिंग कमेटी की रिपोर्ट सौंपी जायेगी। स्क्रीनिंग कमेटी के सदस्य रविवार को दिल्ली जायेंगे। पार्टी ने तय किया है कि किसी भी नेता के बेटे या रिश्तेदार को टिकट नहीं मिलेगा। विधानमंडल दल के नेता सुशील मोदी ने कहा कि नामांकन की अंतिम तिथि के पहले यह भी तय हो जायेगा कि गंठबंधन के तहत किस-किस विधानसभा क्षेत्र से कौन लड़ेगा।