भाजपा द्वारा तेजस्वी यादव का इस्तीफा मांगने का जवाब देते हुए राजद ने यूपी के सीएम आयदित्यनाथ के अपराध और बलात्कार के आरोपी केंद्रीय मंत्री निहाल चंद मेघवाल पर लगे आरोपों का पिटारा खोल दिया है.
इतना ही नहीं राजद प्रवक्ता सह मीडिया प्रभारी प्रगति मेहता ने मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों व चार्जशीटेड केंद्रीय मंत्री उमा भारती के ऊपर लगे आरोपों पर भी भाजपा पर बड़ा हमला बोलते हुए पूछा है कि इ्स्तीफा मांगने की नैतिक की शुरुआत वह अपनी पार्टी के इन नेताओं व मंत्रियों से करे.
प्रगति मेहता ने पूछा है कि भाजपा अपने इन नेताओं से इस्तीफा मांगने की नैतिकता क्यों नहीं दिखाती.
गौरतलब है कि यूपी के सीएम आदित्यनाथ योगी पर एटेम्पट टु मर्डर (307), दंगा भड़काने, दो समुदायों के बीच घृणा फैला कर शांति भंग करने, एक मामले में निहत्थों पर खुद ही गोली चलवाने समेत आधा दर्जन मामले लंबित हैं. इतना ही नहीं एक मामले में उन्हें 15 दिनों तक हिरासत में बिताने की नौबत आयी थी.
प्रगति मेहता ने फेसबुक पर लिखा है कि इतना ही नहीं निहालचंद मेघवाल जिनपर बलात्कार के आरोप लगे हैं वह भी केंद्रीय मंत्रिपरिषद की शोभा बढ़ा रहे हैं. इसी तरह केंद्रीय मंत्री उमा भारती पर तो आरोप तक तय हो चुका है फिर भी वह मंत्री हैं. प्रगति ने पूछा है कि भाजपा की नैतिका इस मामले में कहां चली गयी है.
प्रगति ने लिखा है कि हमारे युवा नेता तेजस्वी प्रसाद भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टालरेंस की नीति पर चलते हैं. उधर खुद तेजस्वी यादव ने कहा है कि भ्रष्टाचार के जो आरोप उन पर लगे हैं वह तब के हैं जब उन्हें मूंछे तक नहीं आयी थीं. प्रगति ने कहा कि दर असल गठबंधन को अस्थिर करने वाले वही लोग हैं जिनको जातीय जनगणना की रिपोर्ट सार्वजनिक करने की चुनौती लालू प्रसाद ने दी है.हम आज कुछ पूछना चाहते हैं। तमाम लोग नैतिकता की ही बात कर रहे हैं। करना भी चाहिए। लेकिन यह भी तो बताइए। श्री लालू प्रसाद जातिगत जनगणना की रिपोर्ट सार्वजानिक करने की मांग करें तो जातिवादी, लेकिन केंद्रीय मंत्रिपरिषद में 51 फीसदी मंत्री सिर्फ एक ही जाति(ब्राह्मण) से हो तो भी वो जातिवादी नहीं।