राजद से अलग हो कर भाजपा संग सरकार बनाने से मुसलमानों में उपजे संशय को पाटने की दिशा में नीतीश सरकार ने बड़ा ऐलान किया है. 

अब राज्य के मान्यता प्राप्त मदरसों से 10वीं अौर 12वीं में प्रथम श्रेणी से पास करने वाले स्टुडेंट्स 10 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि मिलेगी.
नीतीश कुमार के इस फैसले को मुसलमानों की शिक्षा के प्रोत्साहन की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है.
गौरतलब है कि कुछ वर्ष पहले राज्य के स्कूलों के अल्पसंख्यक छात्रों को इस तरह से प्रोत्साहित करने का फैसला लिया गया था जिसका लाभ हजारों छात्रों को मिला. वहीं अब मदरसों के छात्रों को इस तरह का प्रोत्साहन देने से राज्य के 2250 मदरसों के छात्रों को फायदा होगा.
इतना ही नहीं राज्य सरकार ने मदरसों के लिए अपना दिल बड़ा करते हुए इन तमाम मदरसों के भवनों, पानी की व्यवस्था, शौचालय आदि के निर्माण का जिम्मा भी लेने की घोषणा की है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के कार्यों की समीक्षा के दौरान ये फैसले लिये गये. इन फैसलों की जानकारी मुख्य सचिव अंजनी कुमार ने पत्रकारों को दी.मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह ने बताया कि मदरसा बोर्ड का रख-रखाव समाज स्तर पर होता था, लेकिन उसे सरकार अपनी ओर से बेहतर करेगी.