पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को देश और जनता की अदालत में शिकस्त देने वाले प्रसिद्ध समाजवादी नेता राजनारायण की स्मृति में सरकार डाक टिकट जारी करेगी। केंद्रीय संचार मंत्री मनोज सिन्हा ने आज नई दिल्ली में आयोजित राजनारायण के जन्म शताब्दी समारोह में यह घोषणा की। गरीबों और वंचितों के नेता को सम्मानित करने की मांग पर श्री सिन्हा ने कहा कि वह जीवन भर सत्ता के खिलाफ लड़ते रहे। इसलिए सरकार की ओर से उन्हें सम्मानित करना ठीक नहीं होगा। अलबत्ता समारोह आयोजन समिति को ही यह काम करना चाहिए।
इस मौके पर एक प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया गया जिसमें राजनारायण को ‘भारत रत्न ’ से सम्मानित करने, संसद भवन एवं राष्ट्रीय राजधानी मे उनकी प्रतिमा लगाने तथा वाराणसी स्थित उनके पैतृक आवास को ऐतिहासिक धरोहर घोषित करने और उसमें ‘राजनारायण शोध संस्थान’ स्थापित करने की मांग की गयी। श्री सिन्हा ने आश्वासन दिया कि वह इन मांगों के विषय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात करेंगे।
आयोजन समिति के अध्यक्ष एवं सांसद डा अरूण कुमार ने कहा कि पूर्व केंद्रीय मंत्री राजनारायण की जन्म शताब्दी पर पूरे साल देश भर में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा तथा समापन समारोह उनके पैतृक स्थान वाराणसी में होगा। उल्लेखनीय है कि राजनारायण की याचिका पर इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने 1975 में श्रीमती गांधी को चुनाव में धांधली का दोषी करार देते हुए उनकी संसद की सदस्यता समाप्त कर दी थी और छह वर्ष तक किसी निर्वाचित पद पर रहने पर प्रतिबंधित कर दिया था। आपातकाल के बाद 1977 में हुए पहले आम चुनाव में उन्होंने श्रीमती गांधी को रायबरेली लोकसभा चुनाव में शिकस्त दी थी ।