बिहार को अकाल प्रभावित क्षेत्र घोषित करने, धान खरीद में हो रहे घोटाले, हत्या, अपराध, रंगदारी , महिला उत्पीड़न, शिक्षा एवं मेडिकल माफिया के खिलाफ और व्यवसायी गुंजन खेमका के निर्मम हत्या की न्यायिक जांच की मांग को लेकर पप्पू यादव की पार्टी जन अधिकार पार्टी (लो) के राजभवन मार्च के दौरान पटना पुलिस के साथ पार्टी नेताओं व कार्यकर्ताओं की हिंसक झड़प देखने को मिली। इस दौरान दोनों तरफ से लोगों के घायल होने की खबर है। मामला गर्दनीबाग धरना स्थल की है, जहां सांसद पप्पू यादव के नेतृत्व में अपराध समेत अन्य मुद्दों पर राजभवन मार्च का आयोजन किया गया था।
नौकरशाही डेस्क
वहीं, इस झड़प में जन अधिकार युवा परिषद के नेता पंकज बुरी तरह घायल हो गए, जिससे मिलने खुद सांसद पप्पू यादव पीएमसीएच पहुंचे। घायल पंकज को पीएमसीएच में ही भर्ती कराया गया था। मुलाकात के बाद सांसद ने कहा कि
हमने लक्षमण रेखा पार नहीं की थी, फिर भी नीतीश कुमार की पुलिस ने दो दर्जन से अधिक नेताओं पर जानबूझ कर हमला किया और उन्हें घायल कर दिया। पंकज पर मनोज पांडे नाम के इंस्पेक्टर ने हमला किया है। हम चुप नहीं बैठेंगे और इसके खिलाफ न्यायालय जायेंगे। सांसद ने कहा कि हर दिन हत्याएं हो रही हैं। गठबंधन में नेता मस्त हैं और पुलिस अपनी नाकामी में मस्त हैं। वहीं, अपराधी खुलेआम नंगा नाच कर रहे हैं।
इससे पहले सांसद ने राजभवन मार्च के दौरान अपने संबोधन में कहा कि पूरा बिहार सूखाड़ के चपेट में है। लेकिन सरकार का ध्यान इस ओर नहीं है।
पप्पू यादव ने कहा कि आखिर कब तक गुंजन खेमका जैसे व्यवसायियों की हत्या होते रहेगी। आखिर व्यवसायी अखिलेश जायसवाल से रंगादारी मांगने वाले सत्ताधारी दल के विधायक पप्पू पांडे पर एफआईआर के बाद भी गिरफ्तारी क्यों नहीं हो सका है।
जन अधिकार पार्टी (लोकतांत्रिक) का पांच सदस्यीय शिष्टमंडल प्रदेश अध्यक्ष अखलाक अहमद के नेतृत्व में राजभवन में जाकर राज्यपाल के वरिष्ठ पदाधिकारी से मिला और बिहार में बढ़ते अपराध, गुंजन खेमका की हत्या की सीबीआई जांच, पूरे बिहार को सूखाड़ व अकाल ग्रस्त क्षेत्र घोषित करने, धान क्रय केंद्र में घोर अनियमितता तथा बिचौलियों के द्वारा लूट की बातों से अवगत कराया। शिष्टमंडल में अखलाक अहमद के अलावा राष्ट्रीय प्रधान महासचिव एजाज़ अहमद, राष्ट्रीय महासचिव सह प्रवक्ता प्रेमचंद सिंह, राष्ट्रीय महासचिव राजेश रंजन पप्पू, प्रदेश महासचिव अरुण कुमार सिंह शामिल थे।