उदासीनता को लेकर कल देंगे धरना, चरणबद्ध आंदोलन के तहत लिया गया फैसला
पटना.
त्रिस्तरीय पंचायती राज व्यवसथा से संबंधित 15 सूत्री मांगों को लेकर बिहार प्रदेश जिला परिषद अध्यक्ष संघ की ओर से कल पटना के गर्दनीबाग धरनास्थल पर एकदिवसीय धरना का आयोजन किया गया है. पंचायती राज व्यवस्था के अंर्तगत त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधि गण को प्राप्त अधिकारों में हो रहे लगातार कटौती और विकासात्मक कार्यों के निष्पादन के लिए प्राप्त अधिकारों में अनावश्यक हस्तक्षेप के लिए खिलाफ व अन्य 15 सूत्री मांगों को लेकर राज्य सरकार के समक्ष धरना का यह कार्यक्रम रखा गया है. बिहार प्रदेश जिला परिषद अध्यक्ष संघ की सह पूर्वी चंपारण जिला परिषद अध्यक्ष प्रियंका जायसवाल ने बताया कि सरकार के समक्ष हमने इसकी जानकारी दे दही है मगर इस पर सरकार का रवैया उदासीन रहा है.
सीएम से भी मुलाकात का मांगा गया था समय
पटना की जिला पर्षद अध्यक्ष अंजू देवी ने कहा कि इसके लिए जिला परिषद अध्यक्षगण के शिष्टमंडल का मुलाकात मुख्यमंत्री से कराने के लिए मुख्यमंत्री सचिवालय में पत्र लिखा गया, मगर उसका भी जवाब नहीं मिला. इसलिए लोकतांत्रिक प्रक्रिया के तहत बिहार प्रदेश जिला परिषद अध्यक्ष संघ ने राज्य व केंद्र सरकार का इस ओर ध्यान अकर्षित कराने के लिए चरणबद्ध आंदोलन करने का निर्णय लिया. इसके बाद द्वितीय चरण में 25 मई से 30 मई के बीच हरेक जिला मुख्यालयों में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष व अन्य के साथ बैठक के बाद जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा जाएगा. और तीसरे चरण में 30 जून को राज्य व केंद्र सरकार के विरूद्ध पटना में पंचायत प्रतिनिधि महाकुंभ और राजभवन मार्च और चौथे चरण में 16 अगस्त को सभी जिला मुख्यालय स्तर पर पंचायत प्रतिनिधियों का सामूहिक इस्तीफा दिया जाएगा.