बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और राष्ट्रीय जनता दल के युवा नेता तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक सेवक (आरएसएस) के समक्ष आत्मसमर्पण करने का आरोप लगाया है। श्री यादव ने राज्य में जनता दल यूनाईटेड नीत राजग के खिलाफ ‘कुर्सी के प्यारे बिहार के हत्यारे’ के शीषर्क से आरोप पत्र की प्रति मीडिया के समक्ष जारी करते हुए कहा कि क्या मुख्यमंत्री को हाल ही संपन्न रामनवमी के दिन निकाले गये जुलूस में इतने सारे तलवारों और हथियारों के बारे में कोई भनक नहीं थी।
तेजस्वी यादव ने जारी किया आरोप पत्र
रामनवमी और उसके बाद राज्य के विभिन्न स्थानों पर हुए हिंसक घटनाओं को लेकर मुख्यमंत्री पर हमला तेज करते हुए राजद नेता ने कहा कि श्री कुमार ने एक बार ‘संघ मुक्त भारत’ बनाने की बात कही थी, लेकिन उन्होंने एक भाई से दूसरे भाई को लड़ाने का काम किया है। राजद नेता ने कहा कि प्रदेश की नीतीश सरकार को नागपुर और नई दिल्ली में बैठे लोगों द्वारा नियंत्रित किया जा रहा है। उन्होंने दावा किया कि रामनवमी और इसके बाद राज्य में जब साम्प्रदायिक माहौल खराब किया जा रहा था तो मुख्यमंत्री पूरी तरह बैकफुट पर थे। राज्य में राजग की सरकार बनने के कुछ समय बाद से संघ प्रमुख मोहन भागवत समेत आरएसएस नेताओं ने राज्य की यात्रा शुरू कर दी थी। उन्होंने कहा कि राज्य में गवर्नेंस जीरो और दंगाई हीरो हो गये हैं।”