राज्यपाल रामनाथ कोविन्द ने विकास के लिए व्यावसायिक शिक्षा के प्रसार को महत्वपूर्ण बताते हुये राज्य के विश्वविद्यालयों से मौजूदा शिक्षा प्रणाली को कक्षाओं से बाहर निकालकर व्यावहारिक बनाने की अपील की है।
राज्यपाल ने पटना में आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय के तृतीय दीक्षांत समारोह में संबोधन में कहा कि राज्य के विश्वविद्यालय शिक्षण को कक्षाओं और प्रयोगशालाओं के दायरे से बाहर निकाल कर उपयोगिता और व्यावहारिकता के धरातल पर लाने के लिए प्रयास आरम्भ करें ताकि परम्परागत एवं नये व्यवसाय तथा जीविका के साधन कृषि, व्यापार, चिकित्सा, इंजीनियरिंग को लोगों की जरूरतों के अनुरूप बनाया जा सके।
श्री कोविन्द ने कहा कि छात्रों को कौशल विकास के साथ ही सामाजिक मूल्यों एवं नैतिक उत्थान पर भी ध्यान देने की आवश्यकता है, तभी तरक्की संभव हो सकेगी। कौशल विकास एवं तकनीकी ज्ञान व्यक्ति को समृद्धि और निपुणता प्रदान करते हैं जबकि नैतिकता मनुष्य का चरित्र निर्माण करती है। वहीं इस मौके पर राज्य के शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि बिहार में शिक्षा को उच्च स्तर तक ले जाने के उद्देश्य से सरकार शीघ्र ही अनेक अभियंत्रिकी एवं चिकित्सा महाविद्यालय खोलने जा रही है।