महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी मजलिस इत्तेहदुल मुस्लेमीन ने मराठी मानुष के नारे वाली राज ठाकरे की पार्टी से ज्यादा सीट लाकर सनसनी फैला दी है.
ओवैसी की पार्टी मजलिस इत्तेहदुल मुस्लेमीन यानी एमआईएम ने 2 सीटों पर जीत हासिल की है जबकि राज ठाकरे की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना को मात्र एक सीट मिली है.
आंद्रप्रदेश और तेलंगाना की इस क्षेत्रीय पार्टी ने महाराष्ट्र में अपनी दस्तक दे कर कई लोगों को चौका दिया है. एमआईएम ने औरंगाबाद मध्य में शिवसेना को और मुंबई के बाइकला में बीजेपी को हराया है.
पत्रकार से नेता बने इम्तियाज जलील ने शिवसेना के पूर्व सांसद प्रदीप जायसवाल को 20 हजार वोट से हराया, जबकि वारिस यूसुफ पठान ने बाइकला से बीजेपी के मधुकर चव्हाण को 1,357 मतों से हरा दिया.
मनसे ने 219 सीटों में अपन उम्मीदवार खड़े किये जबकि एमआईएम 24 जगहों से लड़ी. इस प्रकार कामयाबी के अनुपात की दृष्टि से भी एमआईएम ने राजठाकरे की पार्टी से काफी आगे रही.
एमएनएस ने जिन 219 उम्मीदवारों को चुनाव लड़ाया उनमें से केवल एस. बी. सोनावने जुन्नार से जीत मिली.
हाल ही में तेलंगाना में हुए चुनाव में एमआईएम ने 7 सीटें जीती हैं. पार्टी के प्रेसिडेंट असदुद्दीन ओवैसी 1984 से लगातार हैदराबाद लोकसभा सीट पर जीत हासल करते रहे हैं. असदुद्दीन ओवैसी को लोकसभा का सांसद रत्न सम्मान मिल चुका है.
चुनाव आयोग ने जून 2014 में तेलंगाना में राज्यस्तरीय पार्टी के रूप में मान्यता दी है. इससे पहले इसे राज्यस्तरीय पार्टी की मान्यता भी नहीं थी.