बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बिहार के कुछ जिलों में भड़की सांप्रदायिक तनाव को लेकर आज राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि संघ प्रमुख मोहन भागवत बिहार में लोगों को रामनवमी के मौके पर दंगा भड़काने की ट्रेनिंग दे गए. गौरतलब है कि हाल ही में संघ प्रमुख 14 दिनों की बिहार दौरे पर आये थे. उन्होंने कहा कि अब लोगों को भी उनके बिहार आने के पीछे का सच पता चल गया है.
नौकरशाही डेस्क
वहीं, तेजस्वी ने सोशल मीडिया के जरिये भाजपा पर हमला बोलते हुए लिखा कि मेरी बिहार के सभी दलित, महादलित,पिछड़ा और अतिपिछड़ा भाईयों से करबद्ध प्रार्थना है कि वो सामंतवादियों का मोहरा बनने से बचें. वो सभी बैकवर्ड हिंदुओं को लड़ाकर सत्ता पर कब्ज़ा जमा मनुवादी और ब्राह्मणवादी व्यवस्था को आक्रामकता से लागू करना चाहते हैं. इनके ज़हरीले डिज़ाइन से बचना होगा.
तेजस्वी के अनुसार, हम सभी को मिलजुल कर शांतिपूर्वक रहना है, क्योंकि ये जातिवादी संघी हमें बांटकर राज करना चाहते हैं. ये हमारे अधिकारों पर बात नहीं करना चाहते बल्कि हमें दूसरे मामलों में उलझायें रखना चाहते है. हम युवाओं को नौकरी और बेरोजगारों को रोज़गार की बात करते है तो बीजेपी ध्यान भटकाने के लिए हिंसा भड़काती है. मोदी जी बतायें BJP के घोषणा पत्र के कितने वायदे इन्होंने पूरे किए है? युवाओं के साथ विश्वासघात क्यों किया?
मालूम हो कि दें कि सांप्रदायिक हिंसा की आग में जल रहे बिहार में कई जगहों पर बवाल हुआ है. भागलपुर, औरंगाबाद, नालंदा और समस्तीपुर के बाद अब नवादा जिले में सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश हुई है.