जनता दल यू की विधायक पूनम देवी याव ने प्रधान मंत्री को पत्र लिख कर इस बात की जांच कराने की मांग की है कि खाद्य आपूर्ति मंत्रालय के आदेश के बावजूद मक्का का खरीद मूल्य 400 रुपये कम क्यों है.
पूनम देवी यादव ने एक लम्बी चिट्ठी लिख कर इस बात की जांच कराने का नरेंद्र मोदी से आग्रह किया है कि सरकारी क्रय केंद्र खोलने के आदेश के बावजूद आखिर अब तक उसे क्यों नहीं खोला गया? उन्होंने आरोप लगाया है कि केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान के करीबी लोगों के दबाव में ही मक्का क्रय केंद्र नहीं खोला गया और इसके लिए निजी कम्पनी के से सांठ-गांठ करके भारी भ्रष्टाचार किया गया है.
मालूम हो कि 13 जुलाई 2014 को खाद्य मंत्री श्री रामविलाश पासवान ने मीडिया में कहा था कि बिहार के मक्का किसानों का मक्का का वाजिब मूल्य नहीं मिल रहा है और व्यापारियों के द्वारा मात्र 900 रू0 प्रति क्विन्टल की दर से मक्का का क्रय किया जा रहा है जिससे किसानों का बड़े पैमाने पर नुकसान हो रहा है.
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मालूम हो कि खाद्य मंत्री ने घोषणा की थी कि बिहार के खगडि़या, पूर्णिया, मधेपुरा,भागलपुर, छपरा, वैशाली, मोतिहारी, बेतिया, जमुई में एफ.सी.आई. के द्वारा क्रय केन्द्र खोला जाएगा और किसानों को 1310 रूपया प्रति क्विन्टल मूल्य देय होगा. लकिन बिहार के मक्का किसानों को वाजिब मूल्य नहीं मिलने से किसान काफी परेशान हैं
पूनम देवी ने प्रधान मंत्री को लिखे पत्र में कहा है कि वैसे किसान जो अपनी बहु-बेटियों का गहना गिरवी रखकर फसल के पटवन के लिए डीजल,खाद बीज आदि में खर्च किया था, उन्हें वाजिब मूल्य भी नहीं मिलने से साहूकारों और बैंकों के द्वारा परेशान किये जाने से दोहरी मार का सामना करना पड़ रहा है.
पासवान के करीबियों पर भ्रष्टाचार का आरोप
बिहार विधान सभा में महिला एंव बाल विकास समिति की सभापति पूनम देवी यादव ने आरोप लगाया है कि राज्य में रिद्धि-सिद्धि कम्पनी के द्वारा अधिकांश जगहों पर औने-पौने दाम में मक्का की खरीद की गई। जिससे भारी पैमाने पर किसानों को नुकसान उठाना पड़ा। उन्होंने पत्र में इस बात का दावा किया है कि सिर्फ खगडि़या जिला में 50 हजार हेक्टेयर भूमि में किसान मक्के की खेती करते हैं और खगडि़या जिला देश ही नहीं बल्कि एशिया महादेश में मक्के की खेती में पहला स्थान रखता है। उन्होंने याद दिलाया है कि खाद्य मंत्री राम विलास पासवान का गृह जिला खगडि़या है फिर भी उक्त जिला में उनकी नाक के नीचे रिद्धि-सिद्धि कम्पनी द्वारा 850 से 1050 रूपया प्रति क्विन्टल मक्का की खरीद किसान से किया। किसान मक्का बेचने के लिए इसलिए विवश हो जाते हैं कि उनके पास राज्य या केन्द्र स्तर से मक्का के रख-रखाव की कोई व्यवस्था नहीं है।
दूसरी तरफ खगड़िया के पूर्व एमएलए रणवीर यादव ने कहा है कि वह लगातार जिला प्रशासन से इस बात की मांग करते रहे हैं कि क्षेत्र में सरकारी क्रय केंद्र खोला जाये लेकिन अब तक इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया जाना भ्रष्टाचार की ओर संकेत करता है.
पूनम देवी ने इस पत्र में आरोप लगाया है कि बिहार के आम लोगों का मानना है कि मक्का व्यवसाय से जुड़े बहुराष्ट्रीय कम्पनी से जुड़े छोटी कम्पनियों मिलकर खाद्य मंत्री जी के चहेते लोगों द्वारा मोटी रकम देकर एफ.सी.आई. के द्वारा मक्का क्रय केन्द्र खोलने से वंचित किया गया। जिसके कारण बिहार के मक्का किसानों को बड़े पैमाने पर नुकसान उठाना पड़ा वहीं पर इससे जुड़े व्यवसायियों को भारी फायदा मिला।
पूनम देवी यादव ने पीएम से अनुरोध किया है कि बिहार के मक्का किसानों का हुए नुकसान की जाँच करवाई जाय कि किन परिस्थिति में सरकार के द्वारा निर्धारित मक्का मूल्य से कम दर पर मक्का का क्रय हुआ तथा एफ.सी.आई. के द्वारा क्रय केन्द्र क्यों नहीं खुला.