राष्ट्रवाद और अभिव्यक्ति की आजादी पर चल रही बहस के बीच भारतीय जनता पार्टी ने आज कहा कि इन दोनों में सहअस्तित्व है, लेकिन राष्ट्रवाद के साथ समझौता नहीं किया जा सकता है। भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के दूसरे और अंतिम दिन वरिष्ठ नेता एम वेंकैया नायडू द्वारा पेश राजनीतिक प्रस्ताव में यह बात कही गयी है। पार्टी के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली ने इसकी जानकारी देते हुए संवाददाताओं को बताया कि जेएनयू प्रकरण का जिक्र किए बिना प्रस्ताव में कहा गया है कि भाजपा राष्ट्रवाद की विचारधारा से प्रेरित है। अभिव्यक्ति की आजादी और राष्ट्रवाद के बीच विरोधाभास नहीं बल्कि सहअस्तित्व है।
भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक संपन्न
प्रस्ताव में कहा गया है कि भाजपा अभिव्यक्ति और असहमति की आजादी का समर्थन करती है। हमारा संविधान असहमति की आजादी देता है लेकिन देश के टुकड़े करने की बात कहने का अधिकार नहीं देता। राष्ट्रवाद पर कोई समझौता नहीं हो सकता। श्री जेटली ने कहा कि जेएनयू में कुछ लोगों ने भारत विरोधी नारे लगाये थे। इस पूरे विवाद के केंद्र में धुर वामपंथी विचारधारा के लोग हैं।
भारत माता की जय बोलने पर हो रही बहस के बारे में पूछे जाने पर श्री जेटली ने कहा कि यह कोई मुद्दा नहीं होना चाहिए क्योंकि कल रात ईडन गार्डन में आप इसका नजारा देख चुके हैं। उल्लेखनीय है कि कल ईडन गार्डन में भारत और पाकिस्तान के बीच ट्वंटी-20 विश्वकप के मैच के दौरान जमकर ‘भारत माता की जय’ के नारे लगे थे।