राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद ने भूकम्प से हुई क्षति को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग करते हुए केन्द्र सरकार से कहा कि राज्य में चक्रवातीय तूफान के पीड़ितों को भी राष्ट्रीय आपदा के समान राहत-मुआवजा मिले। पटना लौटने के बाद उन्होंने कहा कि पीड़ितों के परिजनों को केन्द्र सरकार 20-20 लाख और राज्य सरकार 10-10 अनुदान दे। टूटे हुए घर के लिए अलग से मुआवजा राशि दी जाए।
उन्होंने कहा कि केन्द्र बिहार सरकार को ज्यादा से ज्यादा मुआवजा दे। केन्द्र के पास ज्यादा खजाना है। सिर्फ हवाई सर्वेक्षण से कुछ नहीं होगा। उन्होंने कहा कि भूकम्प काफी भयावह था। पहसे से उसका पूर्वानुमान संभव नहीं है। उन्होंने राज्यवासियों से अफवाह से बचने की सलाह देते हुए कहा कि हम सबके साथ खड़े हैं। प्रकृति के आगे किसी का नहीं चलता।
राजद प्रमुख ने कहा कि प्रकृति से छेड़छाड़ सही नहीं है। ऐसी समस्याओं से बचने के लिए सरकार और विशेषज्ञो को स्थायी समाधान की बावत सोचनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पटना में बचने के लिए जगह की कमी है। एक प्रश्न के उत्तर में दार्शनिक जवाब देते हुए कहा कि जो होनी होगा वो होगा। अकेले आये हैं तो अकेले ही जाना है, कोई साथ नहीं देता है।