मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राष्ट्रीय राजनीति में अपनी नयी भूमिका की तलाश में जुट गये हैं। केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली की पुत्री की शादी में नई दिल्ली पहुंचे मुख्यमंत्री ने राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी से मुलाकात की। इसके साथ उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी व कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की। कल उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से भी मुलाकात की थी।
आज राहुल गांधी से मुलाकात के बाद उन्होंने कहा है कि केन्द्र सरकार के बदले की राजनीति करने को लेकर कांग्रेस पार्टी जो कुछ कह रही है, वह सोच समझ कर ही कह रही होगी कांग्रेस की बात का मतलब है। उन्होंने नई दिल्ली में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात के बाद कहा कि राजनीति में दुर्भावना से काम नहीं करनी चाहिए। जनता का जनादेश विपक्ष को परेशान करने के लिए नहीं होता है। संसद की गतिरोध की स्थिति बनी हुयी है और कोई कामकाज नहीं हो रहा है। सत्तारूढ दल का बुनियादी दायित्व है कि गतिरोध समाप्त कराये।
सीएम ने भरोसा जताया कि प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने बिहार के विकास को लेकर जिस पैकेज की घोषणा की थी, वह उस पर जरूर अमल करेंगे। उन्होंने कहा कि जद यू प्रारंभ से वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) को लागू किये जाने के पक्ष में है और इससे देश में एक समान कर व्यवस्था हो जायेगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की घोषणा के बाद राज्य सरकार की ओर से वित्त मंत्री को एक पत्र भी लिखा गया था और उन्हें बताया गया था कि बिहार में विकास योजनाओं को केन्द्र सरकार के विभिन्न मंत्रालय तथा एजेंसियां क्रियान्वित करेंगी।