सिक्किम, जहां भारत के अन्य हिस्सों की तुलना में महिलायें ज्यादा स्वालम्बी हैं फिर भी यहां महिला आईएएस अभी तक मुख्यसचिव के रैंक तक नहीं पहुंची थी पर रिनचेम ओंगमू को यह अवसर मिल ही गया.
1979 बैच की आईएएस अधिकारी रिनचेम ओंगमू ने सिक्किम के मुख्यसचिव का पद संभाल लिया है. मुख्यसचिव के रैंक तक पहुंचने वाली ओंगमू सिक्किम की पहली महिला आईएएस अधिकारी हैं.
इससे पहले वह मुख्यमंत्री की सचिव की हैसियत से काम कर चुकी हैं.
सिक्किम की सरकारी वेबसाइट पर एक मार्च से ही ओंगमू के ‘पहली महिला मुख्यसचिव’ बनने की खबर टिकर के रूप में चलायी जा रही है. सिक्किम और उत्तर पूर्व के कुछ अन्य राज्यों में यूं तो महिलायें देश के अन्य राज्यों की तुलना में आर्थिक रूप से अपेक्षाकृत ज्यादा स्वालम्बी मानी जाती हैं लेकिन अभी तक उनक प्रतिनिधित्व इतने बड़े पद पर नहीं था.
हालांकि वहां कि महलायें पारिवारिक मामलों में निर्णयायक की भूमिका निभाती रही हैं.ऐसे में ओंगमू का नौकरशाही के सर्वोच्च पद पर पहुंचने से राज्य की महिलाओं में उत्साह बढ़ना स्वाभाविक है. यह अलग बात है कि देश के अनेक राज्यों में महिला मुख्यसचिव के पद तक पहुंचने में कामयाब रही हैं.
पश्चिमी जिला की डीएम रह चुकी ओंगमू ने अनेक महत्वपूर्ण पदों पर काम किया है. इसके अलावा उन्होंने अनेक विभागों की सचिव के रूप में भी अपनी सेवआयें दी हैं. इनमें शहर विकास, ग्रामीण विकास, समाजिक न्याय एंव अधिकारिता, वित्त विभाग आदि शामिल हैं.
मुख्यमंत्री की सचिव के रुप में काम करने से पहले वह योजना एंव विकास विभाग में भी प्रधान सचिव की भूमिका निभा चुकी हैं.