शेष नारायण सिंह बता रहे हैं कि वीरप्पा मोइली मुकेश अम्बानी के हितों के आगे देश की करोड़ों जनता की जेब पर प्रहार करने वाले हैं.
पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय ने प्राकृतिक गैस की कीमत बढाने का मन बना लिया है . मंत्रालय के सेक्रेटरी सहित सभी अधिकारी इस वृद्धि के पक्ष में नहीं है लेकिन पेट्रोलियम मंत्री वीरप्पा मोइली सारे विरोध को नज़रंदाज़ करके गैस का दाम बढाने के बारे में कटिबद्ध हैं . कम्युनिस्ट पार्टी के नेता और संसद सदस्य गुरुदास दासगुप्ता ने प्रधानमंत्री को पत्र लिख कर हस्तक्षेप की मांग की है और कहा है कि देश को इस संभावित घोटाले से बचा लिया जाये. गुरुदास दासगुप्ता ने आरोप लगाया है की गैस की कीमतों में प्रस्तावित इस वृद्धि से मुकेश अम्बानी के रिलायंस ग्रुप को ही लाभ होगा . गुरुदास दासगुप्ता ने इसे देश की संपत्ति की लूट बताया है और कहा कि अगर वीरप्पा मोइली अपनी जनविरोधी नीतियों को लागू करने पर आमादा रहते हैं तो उन्हें हटा दिया जाना चाहिए . वीरप्पा मोइली भी रिलायंस के आतंक से दहशत में बताये जा रहे हैं क्योंकि रिलायंस के फायदे के लिए काम न करने की जिद पर अड़ चुके जयपाल रेड्डी पिछले दिनों पेट्रोलियम मंत्रालय से हटाये जा चुके हैं .
अभी प्राकृतिक गैस की कीमत 4.2 डालर प्रति एम बी टी यू की फिक्स का गयी है जो 31 मार्च 2014 तक जारी रहेगी. पेट्रोलियम मंत्रालय ने एक कैबिनेट नोट के ज़रिये संशोधित मूल्य 6.7 डालर प्रति एम बी टी यू तय करने की सिफारिश की है .एम बी टी यू गैस के माप की यूनिट है और एक हज़ार क्यूबिक फीट की ऊर्जा वाली गैस को एक एम बी टी यू के बराबर माना जाता है . अगर यह कीमतें लागू हो जाती हैं तो सरकारी कंपनियों को यो तुरंत लाभ होगा लेकिन रिलायंस को इंतज़ार करना पडेगा क्योंकि उसे यह लाभ अप्रैल 2014से मिलना शुरू होगा. वित्त , उर्वरक और विद्युत् मंत्रालय के अफसर इस वृद्धि का विरोध कर रहे हैं क्योंकि अगर ऐसा हुआ तो मंहगाई की मार झेल रही देश की जनता के सामने मंहगाई का पहाड़ खड़ा हो जाएगा.
गुरुदास दास्गुओत ने आरोप लगाया है कि हर मंत्रालय से आ रहे विरोध के बावजूद वीरप्पा मोइली इस बढ़ोतरी को लागू करने पर आमादा हैं .कैबिनेट नोट से भी आगे जाकर वे गैस की कीमतों में वृद्धि इस तरह से करना चाहते हैं कि रिलायंस को लगातार लाभ मिलता रहे . उन्होंने सुझाव दिया है कि गैस की कीमतें मौजूदा 4.2 डालर प्रति एम बी टी यू से बढ़ाकर 8 डालर प्रति एम बी टी यू कर दिया जाए, लेकिन यह कीमत केवल एक साल तक वैध रहेगी , दूसरे साल मोइली साहब यह कीमतें 10 डालर प्रति एम बी टी यू , तीसरे साल 12 डालर प्रति एम बी टी यू और चौथे और पांचवें साल 14 डालर प्रति एम बी टी यू करना चाहते हैं .पेट्रोलियम सचिव और अन्य अधिकारियों ने मंत्री की मनमानी और तर्कहीन वृद्धि के प्रस्ताव का विरोध किया है . वीरपा मोइली उन अफसरों पर दबाव डाल रहे हैं कि वे उस फ़ाइल पर दस्तखत कर दें जिसमें उनकी मूल्यवृद्धि की सिफारिशें लिखी हुयी हैं . अगर वीरप्पा मोइली की बात मान ली गयी तो 76 हज़ार करोड़ रूपये की फालतू सब्सिडी सरकारी खजाने पर पड़ेगी और उसका लाभ रिलायंस को ही मिलेगा .
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