जिंदल समूह से रुपये ऐंठने के मामले में केस जा चुके जी न्यूज के सम्पादक सुधीर चौधरी के खिलाफ इस बार पश्चिम बंगाल के धुलागढ़ में हुए दंगा में गैरजिम्मेदार रिपोर्टिंग के आरोप में एफआईआर दर्ज की गयी है.
हावड़ा जिले के धुलागढ़ में सांप्रदायिक दंगे की रिपोर्टिंग को लेकर ज़ी न्यूज़ के एडिटर सुधीर चौधरी, रिपोर्टर पूजा मेहता और चैनल के कैमरामैन तन्मय मुखर्जी के खिलाफ पश्चिम बंगाल में गैर-जमानती धारा के तहत केस दर्ज किया गया है। एफआईआर में तीनों लोगों के खिलाफ विभिन्न समूहों के बीच शत्रुता बढ़ाने (आईपीसी की धारा 153ए) के आरोप लगाए गए हैं।
गौरतलब है कि 12 दिसंबर को एक धार्मिक जुलूस को लेकर धुलागढ़ में दो संप्रदायों के बीच झड़प के बाद एक समुदाय के मकानों और दुकानों में दूसरे समुदाय के उपद्रवी लोगों ने आग लगा दी थी और लूटपाट की थी। इस हिंसा में कई लोग घायल भी हुए थे।
सुधीर चौधरी ने ट्विटर किया है कि क्या सच दिखाने के लिए एफआईआर दर्ज की गई है? उन्होंने फेसबुक पर लिखा है, ‘आप सभी को बता दूं कि ममता बनर्जी सरकार ने मेरे, ज़ी न्यूज़ रिपोर्टर पूजा मेहता और कैमरापर्सन तन्मय मुखर्जी के खिलाफ धुलागढ़ दंगों की कवरेज करने के लिए एफआईआर दर्ज कर ली है। एफआईआर गैर-जमानती धाराओं के तहत दर्ज किया गया है, जो इस बात का संकेत देने के लिए पर्याप्त है कि उनका इरादा मुझे और मेरे सहयोगियों को गिरफ्तार करने का है।’ चौधरी ने अपने पोस्ट को एमोशनल बनाते हुए आगे लिखा है कि पूजा मेहता सिर्फ 25 साल की हैं और उन्हें ममता बनर्जी के इनटालरेंस का शिकार होना पड़ा है.
गौरतलब है कि जी न्यूज के सम्पादक के खिलाफ कुछ साल पहले जिंदल समूह से कोल स्केम मामले में पैसे ऐंठने की कोशिश का मामला दर्ज हुआ था. जिंदल ने वह सीडी सार्वजनिक कर दी थी जिसमें चौधरी पैसे की मांग के बदले उके खिलाफ रिपोर्टिंग रोकने की बात कर रहे थे. इस मामले में चौधरी को जेल जाना पड़ा था.