वैसे तो इस बच्चे का कोई कुसूर नहीं पर अगर मां रिश्वतखोरी के आरोप में हवालात पहुंचेगी तो भला इस उम्र के बच्चा बिन मां कैसे रह सकता इसलिए वह भी मां के साथ हवालात गया.
इस मासूम बच्चे की मां औरंगाबाद के गोह प्रखंड की सीडीपीओ हैं. नाम है अरुणा कुमारी. अरुणा रिश्वतखोरी के आरोप में रंगे हाथों पकड़ी गयीं. उन्हें शुक्रवार को निगरानी की टीम ने तब पकड़ा जब वह एक सेविका पद्मावती कुमारी से दस हजार रुपये बतौर रिश्वत ले रही थीं.
दर असल यह मामला हमीद नगर का है. जहां सीडीपीओ अरुणा कुमारी जांच को पहुंची थीं. पर उन्होंने वहां पद्मावती को अनुपस्थित पाया. इसके बाद उन्होंने पद्मावती के खिलफ प्रतिवेदन लिख दिया. इस रिपोर्ट को ठीक कराने के लिए ही लेन-देन का खेल चल रहा था.
काफी बारगेनिंग के बाद यह तय हुआ कि दस हजार रुपये सीडीपीओ को देकर जांच प्रतिवेदन में सुधार हो जायेगा. इस बीच पद्मावती ने सीड़ीपीओ के बारे में सारी जनकारी निगरानी की टीम को दे दी. और यह तय हुआ कि जब पद्मावती दस हजार रुपये रिश्वत देने जायेंगी उसी वक्त निगरानी की टीम उन्हें धर दबोचे गी.
और फिर हुआ वही. अरुणा पकड़ी गयीं. और उन्हें हिरासत में ले लिया गया. लेकिन चूंकि उनका बेटा इतना छोटा है कि वह अपनी मां के बिना नहीं रह सकता इसलिए उसे भी मां के साथ भेज दिया गया.
(फोटो साभार भास्कर)