आप अगर नौकरशाहों के भ्रष्टाचार के शिकार हैं तो निगरानी के इन नम्बरों{0612-2215043, 0612-2215344,7765953261} पर घंटी बजाइए और कमाल देखिए. इस वर्ष अबतक 15 रिश्वतखोर दबोचे जा चुके हैं.
नौकरशाही डेस्क
पिछले तीन महीने में बिहार सरकार के निगरानी विभाग के अफसरों ने अवसतन हर छठे दिन एक रिश्वतखोर को दबोचने में सिर्फ इसलिए कामयाब रही कि राज्य के नागरिकों ने ऊपर के नम्बरों पर डायरेक्ट फोन लगाया. बस ख्याल रखिए कि इन नम्बरों पर आप किसी भी कार्यदिवस को फोन करें. आपकी बात गौर से सुनी जायेगी और आपके संग पूरा सहयोग किया जायेगा. निगरानी विभाग इस मामले में कितना संवेदनशील है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि कई बार आपका फोन खुद निगरानी के महानिदेशक भी अटैंड कर सकते हैं और पूरी संवेदनशीलता और आपकी गोपनीयता का ख्याल रखते हुए कार्रवाई को आगे बढ़ा सकते हैं.
एक लाख लेते ऐसे पकड़े गये सिविल सर्जन
बीते शुक्रवार को एक ट्रैप के बाद कल ही निगरानी अन्वेषण ब्यूरो की मुख्यालय टीम के द्वारा डा0 अशोक कुमार सिंह, सिविल सर्जन, रोहतास, जिला-रोहतास 1,00,000/- रू0 रिश्वत लेते लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है.
दीपक कुमार, पिता-श्री भिखारी ठाकुर, सा0-धनगाई, थाना-बिक्रमगंज, जिला-रोहतास वत्र्तमान लिपिक, प्राथमिकी स्वास्थ्य केन्द्र, कोईरिया, दीनारा, जिला-रोहतास द्वारा निगरानी अन्वेषण ब्यूरो मे शिकायत दर्ज करायी गयी थी कि आरोपी डा. अशोक कुमार सिंह, सिविल सर्जन, रोहतास, जिला-रोहतास द्वारा परिवादी से अनुकम्पा पर हुई नियुक्ति के संबंध में सम्पुष्टि प्रतिवेदन देने हेतु 1,00,000/- रू0 रिश्वत की मांग की जा रही है.
ब्यूरो द्वारा सत्यापन कराया गया एवं सत्यापन के क्रम मे रिश्वत मांगे जाने का प्रमाण पाया गया. आरोप सही पाये जाने के पश्चात श्री महाराज कनिष्क कुमार, वरीय पुलिस उपाधीक्षक के नेतृत्व मे एक धावादल का गठन किया गया, जिनके द्वारा कार्रवाई करते हुये आरोपी को डा. अशोक कुमार सिंह, को 1,00,000/- रू0 रिश्वत लेते हुए रोहतास स्थित उनके प्रकोष्ट से रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया है.
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