रुपयाबंदी से मचे तूफान पर,जनता दल राष्ट्रवादी के राष्ट्रीय संयोजक अशफाक रहमान ने कहा है कि मोदी सरकार ने देश को महामंदी की तरफ धकेल दिया है. उन्होंने कहा कि उनके एक फैसले से लोग बैंकों और अस्पतालों में मर रहे हैं इसलिए उनके खिलाफ गैरइरादतन हत्या का केस दर्ज होना चाहिए.
उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी यह घोषित कर चुके हैं कि रुपयाबंदी का संकट अगले 50 दिनों तक रहेगा.ऐसे में आर्थिक सिद्धांत कहता है कि एक दिन देश का कारोबार अगर ठप रहे तो उसकी भरपाई होने में 90 दिन लगती है. और अगर ये हालात अगले 50 दिन तक बने रहे तो इससे होने वाले भयावह नुकसान खरबों-खरब रुपये में होंगे जिसकी भरपाई होने में 450 दिन या डेढ़ वर्ष से भी ज्यादा लगेगा.
मजदूरी ठप, नौकरियां भी जायेंगी
अशफाक रहमान ने अपने बयान में कहा कि देश का एक- एक गरीब अपनी मजदूरी छोड़ कर बैंकों की कतार में लगा है. मध्यम वर्ग के कारोबारियों का व्यवसाय ठप हो चुका है. अगर ये हालात 50-75 दिन रहे तो रिटेल व्यापार से मिलने वाले टैक्स में 90 प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट होगी जिसका नतीजा यह होगा कि आने वाले दिनों में बुनियादी क्षेत्र में होने वाला विकास रुकेगा और जिसके नतीजे में नौकरियों की भारी कटौती तक होगी.
अशफाक रहमान ने कहा कि मोदी सरकार ने जो हलात पैदा कर दिये हैं उससे भारत पर इंटरनेशन मोनेटरी फंड का बेतहाशा कर्ज बढ़ेगा. उन्होंने कहा कि एक लोकतांत्रिक देश में नरेंद्र मोदी ने अपने दो-एक सलाहकारों के कहने पर एक तानाशाही फैसला लाद दिया है. इतने बड़े फैसले को उन्होंने संसद से तो दूर कैबिनेट के सहयोगियों तक से भी मश्विरा नहीं लिया. अशफाक रहमान ने कहा कि उनके रुपयाबंदी के इस फैसले के बाद अनेक बैंकों के सामने अनेक लोगों का हार्ट अटैक करने के कारण मौत हो गयी जबकि मुम्बई के एक अस्पताल में एक नवजात कि इसलिए मौत हो गयी कि अस्पताल ने पुराने नोट नहीं लिए. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के इस फैसले से अगर लोगों की जान जा रही है तो इसके जिम्मेदार भी वही हुए और उन पर गैरइरादतन हत्या का केस दर्ज होना चाहिए.
झूठे वादों का पुलिंदा
अशफाक रहमान ने जोर देते हुए कहा कि पीएम मोदी देश की 125 करोड़ जनता के सामने पिछे ढ़ाई साल से झूठे दिलासे देते रहे हैं और अब उन्हीं झेठे दिलासा में 50 दिन का संकट भी शामिल हो गया है. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी हर नागरिक के खाते में 15 लाख देने का झूठा वादा कर गये थे. इसी तरह राम मंदिर बनाने का झूठा वादा करके लोगों को गुमराह किया है. मोदी के रवैये से अब यह भी साफ है कि वह कोई राम मंदिर नहीं बनाने वाले बल्कि वह लोगों की भावनाओं से खेल रहे हैं.
अशफाक रहमान ने कहा कि रुपयाबंदी का असर काले धन वालों पर पड़े न पड़े पर गरीबों पर कितना पड़ा है यह दुनिया देख रही है. उन्होंने कहा कि देश के हालात जिस दिशा में बढ़ रहे हैं वह खतरे की निशानी है. अशफाक रहमान यही नहीं रुके उन्होंने यहां तक कहा कि मोदी सरकार ने एक ऐसा कदम उठा दिया है जो सांप-छुछुंदर के खेल की तरह हो गया है. ऐसे में अब वह अपने कदम पीछ भी नहीं खीच सकते. उन्होंने कहा कि अगर रुपयाबंदी के फैसले को वह बदलते हैं तो अब यह खेल उनके लिए और भी घातक होगा.
हालांकि अशफाक रहमान ने यह भी कहा कि भारत के नागरिक बहुत सहनशील और अपनी सरकार पर भरोसा करने वाले है ऐसे में उन्हें धैर्य से काम लेना चाहिए.