रुपयाबंदी ने मंगलवार को बिहार में फिर एक की जान ले ली. इस तरह पिछले सात दिनों में चार लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है. औरंगाबाद में दाऊदनगर के रिटार्य़ड फौजी सुरेंद्र शर्मा बैंक के सामने लाइन में खड़े थे. दो घंटे खड़े रहने के बाद उनके सीने में दर्द हुआ और वह चल बसेे.
हालांकि आसपास के लोग उन्हें जब तक अस्पताल पहुंचाते उनकी जान जा चुकी थी. लोगों ने बताया कि सुरेंद्र ने चक्कर की शिकायत भी की थी. पुलिस इस मामले में कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है. इस से पहले रविवार और सोमवार को बैंक से पैसे लेने की आस में तीन लोगों को जान गंवानी पड़ी है.
सीवान के मैरवा के एक अस्पतला में एक गर्भवती की मौत तब हो गयी जब अस्पतला ने बारह हजार रुपये के नोट सौ-सौ रुपये लेने की जिद कर दी. इस कारण इलाज में देरी हुई जिसके कारण उसकी मौत हो गयी. इसी तरह मोतिहारी के ढ़ाका में भी बैंक से पैसे निकालने आये गौनू नहतो की हार्ट अटैक से मौत हो गयी.
रिपोर्ट के अनुसार तीसरी मौत दरभंगा किसन राम की मौत बैंक के सामने लाइन लगने के दौरान हो गयी थी.
गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने काला धन पर लगाम लगाने के लिए हजार और पांच सौ रुपये के नोट के चलन को बंद करने का ऐलान किया है. इस कारण नोटों की भारी किल्लत हो गयी है.