रूठे मांझी को मनाने में अमित शाह को पांच सीटें गंवानी पड़ी हैं. और इस प्रकार अब एनडीए के बीच सीटों के बटवारे का मामला तय हो गया है.
महीनों की खीचतान के बाद एनडीए के सीट बटवारे की दौड़ पूरी हो गयी. भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने सभी घटक दलों को मिलने वाली सीटों का ऐलान कर दिया है.
243 में से 160 सीटों पर बीजेपी, एलजेपी 40 पर और उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी आरएलएसपी 23 सीटों पर लड़ेगी। मांझी की पार्टी 20 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। इसके अलावा भाजपा के टिकट से भी मांझी के कुछ विधायक चुनाव लड़ेंगे. इन में नरेंद्र सिंह के एक विधायक शामिल हैं.
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस बाबत जानकारी देते हुए कहा कि बिहार में पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए सफल होगा। बिहार के विकास के लिए ऐसी सरकार चाहिए, जो केंद्र सरकार के साथ मिलकर काम कर सके। हमारी सरकार विकास के वादे पूरे कर रही है। हम बिहार की जनता से अपील करते हैं कि एक मौका एनडीए को दे दीजिए.
इससे पहले तभी दलों ने मिल कर भाजपा अध्यक्ष अमित साह को सीट बटवारे के लिए अधिकृत किया था लेकिन मांझी की पार्टी को महज 15 सीटें दिये जाने के कारण वह नाराज हो गये थे.
इससे पूर्व की मुलाकात के बाद हुए समझौते के बाद मांझी और शाह ने एक-दूसरे को मिठाई भी खिलाई। बैठक से पहले जीतन राम मांझी ने कहा था कि सीटों को लेकर कोई कंफ्यूजन नहीं है।