बेगूसराय के एक थानेदार ने रेप की शिकार युवती के दरिंदों को न सिर्फ बचाया बल्कि रपट लिखाने गयी युवती को भद्दी गालियां देकर भगा दिया. थानेदार की इस दरिंदगी की दास्तान सुनिए महफूज रशीद की जुबानी.

सांकेतिक फोटो
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दुष्कर्म की धटना पर सख्त कानून और लोगों की एकजूटता पुलिस को इस मामले में संवेदनशील बनाती है पर बेगूसराय मे एक पुलिस अधिकारी को इसकी परवाह नहीं.

बिहार के बेगूसराय के भगवानपुर थाना क्षेत्र के हड़ीचक गांव मे अपहरण के बाद दुष्कर्म की एक एैसी ही धटना मे एक पुलिस अधिकारी ने संवेदनहीनता की सारे हदें पार करते हुए बलात्कार की शिकार छात्रा केा गाली गलौज कर थाने से भगा दिया.

हद तो तब हो गई जब एक दबंग पंचायत समिति सदस्य के खिलाफ न्याय पाने की उम्मीद मे अधिकारियों के चक्कर लगाने वाली छात्रा को अपहरण के बाद दुष्कर्म का मामला सिर्फ अपहरण की धटना बन कर रह गई .

न्याय पाने की समाप्त होती उम्मीद के बीच मुख्यमंत्री के जनता दरबार ने न्याय पाने की उम्मीद को बल दिया. पुलिस की इस कार्यशैली से भौचक्के मुख्यमंत्री ने मामले की जांच को कहा. मामला डीआईजी कमजोर वर्ग को सौपा गया, जहां पीड़िता के बयान को सही पाया गया.

थानेदार सस्पेंड

इसके बाद आरोपी भगवानपुर थाना के थानाअघ्यक्ष मनोज महतो को दोषी पाते हुए संस्पैड कर दिया गया है.

बेगूसराय के भगवानपुर थाना क्षेत्र के हाडी चक गांव मे 12 नबंबर को एक एैसी धटना को एक दबंग पंचायत समिति सदस्य ने अंजाम दिया जो मानवता को शर्मशार करने वाली थी .इस धटना मे आईएससी की छात्र सुमन कुमारी को पड़ोसी पचांयत समिति सदस्य पवन महतो द्वारा लड़की की मां का बहाना बना कर गेस पेपर खरीदने के लिए भगवानपुर बाजार बुलाने की बात कही गई. गाड़ी पकड़ कर बाजार पहॅंचने पर उसने मां को कहीं नही देखा.

इतनी ही देर मे मोटर साईकिल सवार पवन महतो अस्पताल के समीप मां के होने की बात कहकर उसे अस्पताल ले गया. जहां पुर्व से घात लगाए बैठे बोलेरो पर सवार कुछ युवकों ने उसे कुछ सुंघा कर अपहरण कर लिया.

बाद मे एक बंद चिमनी के पास ले जाकर उसका बलात्कार किया गया .पीडिता के मुताबिक इसी हाल मे वह सुबह भागी भागी भगवानपुर थाना पहॅुची जहां थानेदार मनोज महतो ने पहले पीड़िता को डांटा डपटा और बाद मे उसकी मां को भददी भददी गालियां देकर थाने से भगा दिया.

इस धटना के बाद परदेस रहने वाले पिता को जब इस बात का पता चला तो वह भी थाना पहॅंचे पर थानेदार ने उनकी भी एक नही सुनी.

इसके बाद पीड़िता ने बेगूसराय के एसपी से मिलकर आवेदन दिया . मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी ने थानेदार को मामला दर्ज करने का आदेश दिया. पर थानेदार ने आवेदन को बदल कर सिर्फ अपहरण का मामला दर्ज किया. इतना ही नहीं इस बीच आपी मजे मे घूमता रहा.

बाद मे अधिकारियों के दबाव मे आरोपी को गिरफतार किया गया. इस संबध मे पीड़िता ने 6 जनवरी को मुख्यमंत्री के जनता दरवार मे अपनी हाजरी लगाई तो जांच के बाद थानेदार की काली करतुत जग जाहिर हुई और उसे संसपैड कर दिया गया.

वहीं इस मामले मे सख्त एसपी ने यह माना है की इस पुलिस अधिकारी ने गलत किया है.
इतना ही नहीं उनका यह भी मानना है की इस पुलिस अधिकारी ने इस मामले मे उनके आदेश की भी अवहेलना की है .जिसके लिए उसे संस्पैड कर दिया गया हे.

By Editor


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