दलितों पर हमले और बीफ जैसे विवादों के दरम्यान दुनिया की दो टॉप रेटिंग एजेंसियों में से एक मूडीज ने मोदी सरकार को चेतावनी दी है कि अगर वह अपनी पार्टी नेताओं पर लगाम नहीं लगाती तो भारत घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी साख खो देगा.
मूडीज ऐनेलिटिक्स ने अपनी रपट ‘भारत का परिदृश्य: संभावनाओं की तलाश’ में कहा कि देश वृद्धि की अपेक्षित संभावनाओं को हासिल करे, इसके लिए उसे उन सुधार कार्यक्रमों पर अमल करना होगा जिसका उसने वायदा किया है.
इतना ही नहीं मूडीज ने कहा है की रिपोर्ट में यह भी कहा गया ‘निस्संदेह, अनेक राजनीतिक नतीजे सफलता का दायरा तय करेंगे।’
अमेरिका स्थित हेडक्वार्टर्स की इस रेटिंग एजेंसी की विश्वस्नीयता दुनिया भर में प्रतिष्ठा की नजरों से देखी जाती है.
मुडीज की रपट के मुताबिक ‘लेकिन हाल में सरकार ने भी स्वयं अपने लिए कोई अच्छा काम नहीं किया क्योंकि भाजपा के कई सदस्य विवादित टिप्पणी करते रहे. हालांकि मोदी ने आम तौर पर ऐसे तत्वों की टिप्पणियों से अपने आप को दूर रखा है पर विभिन्न अल्पसंख्यक समुदायों को उन्मादी तरीके से उकसाने से सामुदायिक तनाव पैदा हुए हैं.’
मूडीज ने कहा, ‘हिंसा बढ़ने से सरकार को राज्य सभा में और कड़े प्रतिरोध का सामना करना पड़ेगा और ऐसे में वहां बहस आर्थिक नीति भटक जाएगी। मोदी को अपने पार्टी सदस्यों पर लगाम रखना चाहिए नहीं तो घरेलू और अंतरराष्ट्रीय विश्वसनीयता खत्म होने का जोखिम है।’