चंडीगढ़ में एक नाबालिग के साथ महीनों रेप करने वाले 5 पुलिसकर्मी बर्खास्त कर दिये गये हैं.
इससे पहले भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने इस मामले में पुलिस के खिलाफ दबाव बनाया और पीड़िता के भाई ने इस मामले में कानूनी लड़ाई लड़ने का फैसला किया तब इस मामले में शामिल सभी पांच पुलिसकर्मी बर्खास्त किये गये.
नवभारत टाइम्स और आईबीएन की खबरों में बताया गया है कि
कि 10वीं में पढ़ने वाली इस लड़की ने बताया कि तीन महीने पहले उसके घर में झगड़ा हुआ था जिसे रोकने के लिए उसने पीसीआर को 100 नंबर पर कॉल किया था. घर पर पीसीआर का जवान अक्षय और उसके साथी पहुंचे थे. मामला निपटाने के बाद कांस्टेबल अक्षय लड़की का मोबाइल नंबर ले गया.
लड़की जिस स्कूल में पढ़ती थी, वहीं उसकी पीसीआर वैन भी खड़ी होती थी.इसी बात का फायदा उठाते हुए उसी इलाके में रहने वाले अक्षय ने लड़की से मिलना शुरू किया और उससे दोस्ती कर ली. लड़की के मुताबिक अक्षय ने उसे धमकाकर उसके साथ बलात्कार किया.इसके बाद अक्षय के चार और साथी पुलिसवालों ने भी लड़की का रेप किया.
उसके बात लगातार दो महीने तक पुलिसकर्मी उस लड़की को धमका कर रेप करते रहे.
पुलिस ने दो आरोपियों अक्षय और सुनील को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि अन्य दो आरोपियों की पहचान जगतार और हिम्मत सिंह के रूप में हुई है. आरोपी सुनील चंडीगढ़ पुलिस की क्राइम ब्रांच में तैनात था, जबकि अन्य 4 पीसीआर विंग से जुड़े हुए थे