हाल ही में घूस कांड में गिरफ्तार रेलवे बोर्ड के सदस्य महेश कुमार की जन्मतिथि को गोपनीय तरीके से बदल दिया गया था ताकि वह बोर्ड के अध्यक्ष पद के दावेदार बन सकें.
एक जुलाई को बोर्ड के नये अध्यक्ष को पदभार संभालना है क्योंकि मौजूदा अध्यक्ष विनय मित्तल 30 जून को रिटायर करने वाले हैं.
महेश फिलाहल भ्रष्टाचार के मामले में न्यायिक हिरासत में हैं. सीबीआई ने पिछले दिनों महेश कुमार द्वारा तत्कालीन रेलमंत्री पवन बंसल के भांजे को कथित तौर पर 90 लाख रुपये रिश्वत देते गिरफ्तार किये गये थे. इस घटनाक्रम के बाद रेलमंत्री पवन बंसल को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा था.
इंडियन एक्सप्रेस की खबरों के अनुसार संडे एक्सप्रेस के पास जो दस्तावेज मौजूद हैं उसके अनुसार अकबार ने दावा किया है कि महेश कुमार जिनकी वास्तविक जन्मतिथि 15 मई 1955 है जबकि उसे बदल कर 15 जुलाई 1955 कर दी गयी है. उनकी जन्मतिथि में दो महीने की कमी करने से वह बोर्ड अध्यक्ष के दो साल के कार्यकाल के योग्य हो सकते थे.
बोर्ड अध्यक्ष की अहर्ता की शर्तों के अनुसार किसी व्यक्ति को कम से कम महाप्रबंधक के बतौर एक साल काम करने का अनुभव होना चाहिए, जो कि महेश कुमार पहले ही पूरी कर चुके हैं.
महेश की पुरानी जन्मतिथि के अनुसार वह 15 मई 2015 को रिटायर करने वाले हैं पर नयी जन्मतिथि के अनुसार वह 15 जुलाई 2015 को रिटायर करते. जन्मतिथि में फेरबदल करने से महेश के बोर्ड अध्यक्ष बनने की दावेदारी मजबूत हो जाति और वह बतौर अध्यक्ष दो साल का कार्यकाल भी पूरा करने के योग्य हो जाते.
डेपुटी चीफ अकाउंट अधिकारी ने अपने नोटिंग में लिखा है कि श्री महेश कुमार की जन्मतिथि, उनके सर्विस रिकार्ड के अनुसार 15.05.1955 है और यह पाया गया है कि ‘5’ मई के स्थान पर उसे हाथ से काट कर ‘7’ मई किया गया है और इसमें रेल मंत्रालय का न तो कोई निर्णय है और न ही ऐसा कोई निर्देश का उल्लेख किया गया है.