रेलव अधिकारीयों के कई छापे और प्रयासों के बाद भी सम्पूर्ण क्रांति एक्सप्रेस ट्रेन में पेंट्रीकार वाले की मनमानी नहीं रुक रही है. रेल नीर की जगह लोकन पानी पिलाने के पीछे काली कमाई का खेल जारी है.
मुकेश कुमार की आंखों देखी
हाल ही में रेल नीर के आपूर्ति नियमित करने के लिए अधिकारीयों ने छापे मारे थे और यह सुनिश्चित किया था कि रेल यात्रियों को रेल नीर की आपूर्ति ही की जाएगी.
परन्तु फिर से अपनी ढपली-अपना राग बजाता चल रहा है.जब यात्रियों द्वारा रेल नीर की मांग की गई तो कहा गया यही पानी ही मालिक देता है तो हम कंहा से रेल नीर बेचें.यंहा मालिक का मलतब सम्पूर्ण क्रांति के पेंट्रीकार के मालिक से है.
यात्री सुविधायों में वृद्धि करने हेतु आई.आर.सी.टी.सी ने रेल नीर,रेल यात्रियों के लिए एक ब्रांडेड पैक वाला पीने का पानी का शुभारंभ किया था.यह अत्याधुनीक संयंत्रों से युक्त स्वचालित संसाधित और शुद्ध बोतलबंद पानी पेयजल के रूप में उपलब्ध है.
किसी भी रेलवे परिसर में यह रेल यात्रियों और आगंतुकों की सेवा के लिए उच्चतम मानक वाला गुणवत्ता युक्त उत्पाद के रूप में अपने को स्थापित किया है.परन्तु रेल नीर की अपेक्षा स्थानीय बोतलबंद पानी में ज्यादा मुनाफा मिलने की संभावना के कारण रेल नीर को ट्रेनों में नहीं बेचा जाता है.
यात्रियों के लिए कोई और विकल्प न होने के कारण बिना गुणवत्ता युक्त बोतलबंद पानी की बोतल खरीदना पड़ता है.शिकायत पुस्तिका मांगने पर पेंट्री मैनेजर द्वारा आना-कानी किया जाता है.
आई.आर.सी.टी.सी का मुख्य उद्देश्य है ग्राहकों को संरक्षित और स्वास्थ्यकर भोजन-पानी उपलब्ध कराना.परन्तु यह जिस तरह के स्थानीय पानी का प्रयोग करते हैं वो कितना गुणवत्ता युक्त होते हैं यह जांच का विषय है.
आई.आर.सी.टी.सी नियमित रूप से ग्राहकों से प्रतिक्रिया प्राप्त कर सेवा और संतुष्टि स्तर में सुधार की कोशिश को अपना उद्देश्य मानती है परन्तु यंहा तो प्रतिकिया या शिकायत के लिए कोई स्थान ही नहीं होता है.
सम्पूर्ण क्रांति (ट्रेन संख्या-12393)राजेन्द्र नगर(पटना)से नई दिल्ली चलने वाली ट्रेन है.