रेलवे ने यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कई महत्वपूर्ण फैसले किये हैं, जिनमें पूरे रेल नेटवर्क को सीसीटीवी कैमरों से जोड़ने और स्टेशनों पर 2800 से ज्यादा एस्किलेटर लगाने की योजना शामिल है। इसके साथ ही रेलवे स्टेशनों और फुटओवर ब्रिजों को ‘सुविधा’ की श्रेणी से हटाकर ‘सुरक्षा’ श्रेणी में रखा गया है जिससे उनकी मरम्मत और रखरखाव के लिए रेलवे बोर्ड से अनुमति लेनी जरूरी नहीं होगी तथा इस काम में विलंब नहीं होगा।
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ ‘संपर्क, समन्वय, संवाद’ परिचर्चा में हिस्सा लेने के बाद संवाददाताओं को बताया कि इसमें ‘विजन फॉर न्यू रेलवे – न्यू इंडिया 2022’ पर विचार-विमर्श किया गया। उन्होंने बताया कि सुरक्षा रेलवे की प्राथमिकता है और इसके लिए रेलवे स्टेशनों के साथ ट्रेनों पर और रेल पटरियों के किनारे भी सीसीटीवी कैमरे लगाये जायेंगे। साथ ही रेल पटरियों के साथ इंटरनेट सुविधा उपलब्ध कराकर इन सभी कैमरों को ऑनलाइन किया जायेगा, जिससे स्टेशन मास्टर तथा अन्य अधिकारी भी नजर रख सकेंगे।
उन्होंने बताया कि रेलवे ने वर्ष 2018 को ‘मानव तस्करी निरोधक एवं महिला सुरक्षा वर्ष’ घोषित किया है। एक हजार स्टेशनों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए निर्भया कोष से पैसे जारी किये गये हैं तथा जरूरत पड़ने पर इस कोष से अन्य स्टेशनों के लिए भी पैसे जारी किये जायेंगे।