जीतनराम मांझी का मुख्यमंत्री कार्यालय इन दिनों काफी व्यस्त चल रहा है। सीएमओ अभी मुख्यमंत्री की विदेश यात्रा की तैयारी में जुटा है। यात्रा को लेकर कोई चूक न रह जाए, इसके लिए चेक लिस्ट बना ली गयी है। मुख्यमंत्री के साथ मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, कैबिनेट के प्रधान सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा, ऊर्जा विभाग के सचिव प्रत्यय अमृत के अलावा अधिकारियों को फौज जा रही है। यात्रा के दौरान कुछ केंद्र सरकार के प्रतिनिधि भी रहेंगे। मुख्यमंत्री की यह पहली विदेश यात्रा है। इस कारण मुख्यमंत्री भी यात्रा को लेकर काफी उत्सुक हैं। दो-एक मंत्री यात्रा में सहयात्री बन सकते हैं।
बिहार ब्यूरो प्रमुख
सीएमओ सूत्रों ने बताया कि यात्रा के पहले लंबित फाइलों को सरकार निपटा लेना चाहती है। इसके लिए सभी विभागों के प्रधान सचिव व सचिवों को निर्देश दे दिए गए हैं। मुख्यमंत्री भी देर रात तक जग कर फाइलों को निपटा रहे हैं। सीएमओ का प्रयास है कि लंदन यात्रा के पूर्व या वापसी में प्रधानमंत्री से मिलने का समय भी मिल जाए, ताकि बिहार के विकास को लेकर चर्चा हो सके। उम्मीद जतायी जा रही है कि यात्रा के पूर्व प्रधानमंत्री से मुलाकात का समय मुख्यमंत्री को मिल सकता है। इस दौरान वह यात्रा के एजेंडे पर प्रधानमंत्री से चर्चा हो सकती है।
लंदन में बड़ी संख्या में बिहारी अप्रवासी रहते हैं। सीएमओ यह भी प्रयास कर रहा है कि अप्रवासियों के साथ भी मुख्यमंत्री का लंच या डिनर की व्यवस्था की जा सके, ताकि उनके साथ संवाद स्थापित हो सके। मुख्यमंत्री उनसे स्वास्थ्य सेवाओं में निवेश का आग्रह कर सकते हैं, ताकि भारतीय बाजार का लाभ उन्हें मिल सके। मुख्यमंत्री के साथ उनके परिवार के सदस्य जाएंगे या नहीं, अभी तय नहीं है। यात्रा को लेकर अधिकारियों के बीच भी लॉबिंग शुरू हो गयी है। सीएम सचिवालय में पदस्थापित बिहार प्रशासनिक सेवा के अधिकारी भी अपने लिए लंदन यात्रा की राह तलाश रहे हैं।