इशरत जहां फर्जी मुठभेड़ मामले में भले ही सीबीआई और आईबी आमने सामने हों पर महाराष्ट्र में लखन भैया फर्जी मुठभेड़ में पुलिस अधिकारी प्रदीप सूर्वंशी को अदालत ने दोषी करार दिया है.
जागरण की खबरों के अनुसार इस मामले में 20 पुलिसकर्मियों को अदालत ने दोषी पाया है. इन्हें सोमवार को सजा सुनायी जायेगी. लेकिन इस मामले में एनकाउंटर स्पेशलिस्ट के नाम से चर्चित इंस्पेक्टर प्रदीप शर्मा को अदालत ने सभी आरोपों से बरी कर दिया है।
एनकाउंटर स्पेशलिस्ट शर्मा सहित कुल 22 लोगों पर राम नारायण गुप्ता उर्फ लखन भैया के फर्जी एनकाउंटर मामले में मुकदमा चल रहा था. पुलिस ने 11 नवंबर, 2006 को छोटा राजन गिरोह से संबंध रखने के संदेह में लखन भैया और अनिल भेड़ा को उनके घर से उठा लिया था.
लखन को उसी दिन फर्जी मुठभेड़ में मार दिया गया.
लखन भैया के वकील राम प्रसाद गुप्ता ने पुलिस पर आरोप लगाया था कि उन्होंने लखन भैया की हत्या की है.
इसके बाद मुंबई हाई कोर्ट ने घटना की न्यायिक जांच के आदेश दिया था. न्यायिक जांच में आरोप साबित हो गया था.