राज्य सरकार ने गांधी मैदान हादसे में घायलों के इलाज में लापरवाही बरतने के आरोप में पीएमसीएच के अधीक्षक को निंलबित कर दिया गया है, जबकि तीन एचओडी और चार प्रोफेसरों का तबादला किया गया है। राजधानी पटना के गांधी मैदान में दशहरा के मौके पर रावण दहन के बाद मची भगदड़ में 33 लोगों की मौत हो गई थी। हादसे में 29 लोग घायल हो गए थे। रविवार की शाम दशहरा हादसे के घायलों को देखने पहुंचे मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने राज्य के सबसे बड़े अस्पताल की कुव्यवस्था पर नाराजगी जताई थी। सीएम ने कार्रवाई का एलान भी किया था।
इसी सिलसिले में सोमवार को प्राचार्य डॉ. एसएन सिन्हा के कक्ष में स्वास्थ्य विभाग के निदेशक प्रमुख डॉ. एसएन प्रसाद और सचिव आनंद किशोर की अध्यक्षता में बैठक हुई। इसमें अधीक्षक डॉ. लखींद्र प्रसाद, तीन विभागों के प्रमुख और चार सहायक प्रोफेसरों पर कार्रवाई का निर्णय लिया गया। इस आशय का प्रस्ताव मुख्यमंत्री के पास भेजा गया, जिसपर आज मुहर लग गई। स्वास्थ्य विभाग ने अस्पताल प्रशासन से रिपोर्ट भी मांगी थी, जो सौंप दी गई है।
सोमवार को मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई बैठक में पीएमसीएच के डॉक्टरों पर कार्रवाई की अनुमति दे दी गयी थी। बैठक में स्वास्थ्य मंत्री रामधनी सिंह और प्रधानसचिव दीपक प्रसाद भी मौजूद थे। अधीक्षके अलावा हड्डी विभाग के विभागध्यक्ष डॉ. विश्वेंद्र प्रसाद सिन्हा, यूरोलॉजी विभाग के विभागध्यक्ष अजित सिंह और जनरल सर्जरी विभाग के विभागध्यक्ष डॉ.अजित बहादुर सिंह का तबादला कर दिया गया है। सहायक प्रोफेसर डॉ. उमाशंकर सिंह, डॉ. विनोद कुमार, डॉ. विजय कुमार, डॉ.एके मालवीय को भी स्थानांतरित कर दिया गया है।
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