पटना की एक अदालत ने इंटरमीडियेट की परीक्षा में टॉपर्स फर्जीवाड़ा मामले में भूमिगत बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के पूर्व अध्यक्ष प्रो. लाल केश्वर प्रसाद सिंह और उनकी पत्नी प्राचार्य उषा सिन्हा के खिलाफ आज गिरफ्तारी का वारंट जारी किया है । मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी ओम प्रकाश की अदालत ने विशेष जांच दल के अनुरोध को स्वीकार करते हुए पूर्व अध्यक्ष प्रो.सिंह और उनकी पत्नी प्राचार्य सिन्हा के खिलाफ वारंट जारी किया ।
टॉपर्स फर्जीवाड़ा का मामला उजागर होने पर अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद से भूमिगत चल रहे श्री सिंह और पटना के गंगा देवी महिला महाविद्यालय की प्राचार्य एवं उनकी पत्नी प्रो. सिन्हा की गिरफ्तारी के लिए एसआईटी ने पटना की एक अदालत में अर्जी दी थी । मामला उजागर होने के बाद एसआईटी ने पूर्व अध्यक्ष श्री सिंह को पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन आठ जून से ही वह भूमिगत है । एसआईटी श्री सिंह के पटना के बहादुरपुर स्थित आवास पर कई बार गयी, लेकिन उसे खाली हाथ लौटना पड़ा था । इसके बाद से श्री सिंह का मोबाइल नम्बर भी बंद है । फर्जीवाड़ा के इस मामले में एसआईटी ने नौ जून को इंटरमीडियेट काउंसिल की गोपनीय शाखा के दो अधिकारी को गिरफ्तार किया था ।
पूछताछ में गिरफ्तार दोनों अधिकारियों ने अध्यक्ष के साथ अपने संबंध होने की बात स्वीकार की थी । श्री सिंह के कार्यालय में छापेमारी के दौरान एसआईटी ने इंटरमीडियेट परीक्षा से जुडे कई दस्तावेजों को जब्त किया था । श्री सिंह की पत्नी और गंगा देवी महिला महाविद्यालय की प्राचार्य श्रीमती सिन्हा के कॉलेज में भी एसआईटी ने छापेमारी कर इंटरमीडियेट परीक्षा से संबंधित कई दस्तावेजों को जब्त किया है । गंगा देवी महिला महाविद्यालय इंटरमीडियेट परीक्षा का केन्द्र नहीं बनाये जाने के बावजूद यहां उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन किया गया था ।