बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि इस साल के 31 दिसम्बर तक बिहार के हर गांव में बिजली पहुंच जायेगी. लालटेन अब बीते दिनों की बात है. वे सासाराम के ‘आनन्द भूषण पाण्डेय सभागार’ में भाजपा के प्रदेश स्तरीय पदाधिकारियों के चार दिवसीय प्रशिक्षण शिविर को संबोधित कर रहे थे.
नौकरशाही डेस्क
उन्होंने कहा कि दियारा के 212 गांवों के साथ ही रोहतास के अघौरा पहाड़ तक सरकार सौर ऊर्जा से बिजली पहुंचाने में सफल रही है, जबकि यहां आजादी के बाद से लेकर आज तक बिजली नहीं पहुंच सकी थी. पंचायत वार शिविर लगा कर गरीबों को मुफ्त बिजली कनेक्शन दिए जा रहे हैं. अगले साल तक हर घर बिजली की रौशनी से जगमग होंगे. 2005 तक मात्र राज्य के 20 प्रतिशत गांवों में ही बिजली के तार पहुंचे थे, मगर बिजली के दर्शन कई-कई दिनों तक नहीं होते थे.
सुशील कुमार मोदी ने कहा कि केन्द्र की नरेन्द्र मोदी और राज्य की भाजपा-जदयू की सरकार पूरी तरह से गरीब, दलित, पिछड़ा, अति पिछड़ा और समाज के कमजोर वर्गों के लिए समर्पित हैं. सरकार की सभी विकास और कल्याणकारी योजनाओं के केन्द्र में गांव और गरीब हैं. उन्होंने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय ग्राम्य ज्योति योजना के अन्तर्गत कृषि के लिए अगल फीडर का निर्माण कराया जा रहा है. कृषि के अलग फीडर से बिजली आधारित खेती को बढ़ावा तथा डीजल आधारित खेती से किसानों को मुक्ति मिलेगी तथा लागत मूल्य कम होने से उनकी आमदीन बढ़ेगी.
उपमुख्यमंत्री कहा कि सरकार हर घर में शौचालय, गरीबों को बिजली व गैस कनेक्शन देने, पक्का मकान, नल का जल, पक्की गली से उनके घरों को जोड़ने के साथ ही उन्हें 2 रुपये किलो गेहूं और 3 रुपये किलो चावल देकर उन्हें सशक्त करने के अभियान में जुटी हैं. सरकार की सभी योजनाओं का लक्ष्य गरीबों को सशक्त करना है. भाजपा कार्यकर्ता हर गांव-टोले में गरीबों को उनके लिए चलाई जा रही योजनाओं से अवगत कराएं. सरकार सबका साथ और सबके विकास के लिए प्रतिबद्ध है.