जनादेश अपमान यात्रा के दौरान सीतामढ़ी में तेजस्वी यादव ने लालू की शब्दावली से नीतीश पर आक्रमण बोला. तेजस्वी ने कहा कि ऐसा कोई सगा नहीं जिसे नीतीश कुमार ने ठगा नहीं. तेजस्वी यहीं नहीं रुके. उन्होंने कहा कि नीतीश पापाजी( लालू प्रसाद) के पास आ कर कुर्सी के लिए रोये और गिड़गिड़ाये थे.
तेजस्वी ने कहा कि 2014 में नतीश कुमार बुरी तरह हार के आहत हो गये थे. एक दो लोग ही उनके जीत सके थे. तभी वह पापाजी के पास आये और बोला था कि हमें एक मौका दे दीजिए, बस एक मौका. लेकिन उन्होंने क्या किया. जनादेश का अपमान किया. गरीबो, मजलूमो, अल्पसंख्यकों, पिछड़ों दलितों का वोट लिया और भाजपा की गोद में बैठ गये. तेजस्वी ने कहा कि चार साल में चार सरकार बनी. इससे किसका नुकसान हुआ. तेजस्वी ने कहा कि जब हम घर से चले थे तो मेरी मां ने तेज प्रताप जी और मुझे तिलक लगा कर आर्शीवाद दिया था और कहा था कि हम उनका संदेश आप तक पहुंचा दें. उन्होंने कहा कि हम जनता के पास आये हैं क्योंकि जनता ही लोकतंत्र में मालिक होती है.
तेजस्वी ने कहा कि जनता के बीच गया हूँ तो जनता कह रही है नीतीश जी का DNA ख़राब है।क्या वे अपने DNA की जाँच के लिए अब जनता को अपने नाख़ून और बाल का सैम्पल भेजेंगे?
तेजस्वी ने फेसबुक पर लिखा कि नीतीश जी को अपने नाखून और बाल दिल्ली से मंगवाकर पटना म्यूजिम मे रखवा देना चाहिए ताकि आने वाली पीढ़ियाँ याद रखे कि जिन लोगों ने बिहार के मुख्यमंत्री को डी॰एन॰ए॰ की गाली दी थी वो उन्हीं की गोद मे चले गए।
इसके साथ ही मैंने प्रधानमंत्री मोदी जी से भी ट्वीट कर बिहारीयों की एक प्रार्थना उनके सामने रखी है।