लालू प्रसाद के साथ की गयी कथित साजिशों का भांडाफोड़ करने के लिए तेजस्वी यादव सात दिनों के बिहार दौरे पर निकल रहे हैं.
युवा राष्ट्रीय जनता दल द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार कर ली गयी है. तेजस्वी 23 अक्टूबर से लेकर 29 अक्टूबर तक दरभंगा, सुपौल, मधेपुरा, अररिया, किशनगंज और पूर्णिया में सभायें करेंगे.
इस दौरान वह चारा घोटाले में सामंतवादी शक्तियों द्वारा कथित रूप से की गयी साजिशों का पर्दाफाश करेंगे और युवाओं को बतायेंगे कि मुख्यमंत्री के रूप में लालू प्रसाद ने चारा घोटाले की जांच का आदेश दिया था फिर भी उन्हें साजिश के तहत फंसाया गया.
तेजस्वी ने नौकरशाही डॉट इन को बताया कि इन सात दिनों में वह जनता के सामने जा कर बतायेंगे कि कैसे लालू जी को साजिश के तहत फंसाया गया. उन्होंने कहा कि गंभीर साजिश के तहत साक्ष्यों को तोड़मरोड़ कर पेश किया गया जिसके चलते रांची की अदालत ने लालू जी को सजा सुनाई. तेजस्वी ने कहा कि रांची अदालत के फैसले को हम जल्द ही ऊपरी अदालत में चुनौती देंगे.
तेजस्वी ने कहा कि लोकतंत्र में असली जज जनता होती है और जनता ही उचित समय पर अपना फैसला सुनाती है इसलिए हम सीधे जनता से संवाद कर सच्चाई को उनके सामने रखेंगे.
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि लालू प्रसाद को सजा होने के बाद लोगों में लालू प्रसाद और राष्ट्रीय जनता दल के प्रति काफी सहानुभूति बढ़ी है. ऐसे में तेजस्वी द्वारा राज्य भर के दौरा करने का उन्हें काफी राजनीतिक लाभ मिल सकता है. इधर तेजस्वी ने भी कहा है कि हम राज्य के युवाओं से संवाद करके उन्हें जागरूक करने का प्रयास करेंगे.
तेजस्वी का पहला कार्यक्रम 23 अक्टूबर को दरभंगा में होगा.
इधर वैशाली जिला युवा राजद के पूर्व उपाध्यक्ष बबलू खान ने कहा धर्मनिरपेक्षता व सामाजिक न्याय के लिए लड़ने वालों की आवाज दबान का कुप्रयास हुआ है है जो किसी भी हाल में सफल नहीं होगा. उन्होंने तजस्वी यादव से अनुरोध किया कि गाँव गाँव मे चौपाल लगाकर कर नीतीश कुमार के कुशासन को जनता के सामने रखा जाये.