राष्ट्रीय जनता दल के उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने आज आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव की बढ़ती लोकप्रियता से घबराये हुए हैं और इसी कारण पिछड़ों और दलितों की तरफदारी करने वाले विपक्ष के नेता की आवाज दबाने के लिए मीडिया पर भारी दबाव बनाये हुए हैं।
श्री तिवारी ने कहा कि श्री कुमार की नज़रों में श्री तेजस्वी यादव अबोध और अज्ञानी हैं। अज्ञानी इतने कि जिन शब्दों को वे ट्वीट करते हैं, उसका अर्थ भी नहीं समझते हैं। वहीं, श्री मोदी का मानना है कि भ्रष्टाचार के आरोप में जेल गए लालू प्रसाद यादव को जनता ख़ारिज कर चुकी है। उन्होंने कहा कि यदि सच में ऐसा है तो तेजस्वी यादव की यात्रा पर इतना हो-हल्ला क्यों मचाया जा रहा है।
राजद उपाध्यक्ष ने कहा कि सच्चाई यह है कि श्री तेजस्वी यादव की यात्रा पर हो-हल्ला घबराए और डरे हुए लोगों का शोर है। श्री कुमार और श्री मोदी राजनीति के नौसिखिया नहीं हैं। दोनों श्री लालू प्रसाद यादव की ताक़त को जानते हैं। उनको यह भी पता है कि श्री यादव के जनाधार ने तेजस्वी यादव को भविष्य के नेता के रूप में स्वीकार कर लिया है।
श्री तिवारी ने कहा कि सुशील मोदी थोड़ा कम लेकिन नीतीश कुमार बख़ूबी समझते हैं कि जेल में बंद लालू, बाहर वाले लालू से ज़्यादा भारी हैं। अगड़ों के खेल को पिछड़े और दलित सदियों से देख रहे हैं, चोरी सब कर रहे हैं लेकिन पकड़ाते पिछड़े और दलित ही हैं। जेलों की आबादी को ही देख लीजिए, यही लोग भरे पड़े हैं। उन्होंने कहा कि आज इन पिछड़ों और दलितों की तरफदारी करने वाले प्रतिपक्ष के नेता की आवाज को दबाने के लिए मीडिया पर सरकार का भारी दबाव है। राजद उपाध्यक्ष ने कहा कि अखबारों में प्रतिपक्ष को जो स्थान मिलना चाहिए, वह नहीं मिल रहा है।