राजद, जदयू और कांग्रेस के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर कयासों का आज पटाक्षेप हो गया। राजद अध्यक्ष लालू यादव, सीएम नीतीश कुमार और कांग्रेस के बिहार प्रभारी सीपी जोशी के संयुक्त प्रेस वार्ता में सीटों के बंटवारे की घोषणा कर दी गयी। इसके तहत राजद व जदयू सौ-सौ सीटों पर और कांग्रेस 40 सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
नौकरशाही ब्यूरो
प्राप्त जानकारी के अनुसार, पिछले दिनों लालू यादव से नीतीश कुमार की मुलाकात के दौरान ही सीटों पर सहमति बन गयी थी। सीटों को लेकर मीडिया में व्याप्त भ्रम की स्थिति से दोनों असहज महसूस कर रहे थे। इसलिए सीटों को लेकर भ्रम दूर करना जरूरी हो गया था। लालू यादव ने ही फार्मूला दिया था कि राजद व जदयू सौ-सौ सीटों पर चुनाव लड़ेंगे, जबकि कांग्रेस को 40 सीट दी जाएगी। चुनावी खर्चों का वहन करना दोनों को परेशान कर रहा था। अधिक सीट लेने पर अधिक आर्थिक बोझ का सवाल था। इसलिए कांग्रेस को अपेक्षा से अधिक सीट दी गयी। इसके लिए शर्त रखी गयी कि कांग्रेस चुनाव प्रबंधन और आर्थिक मोर्चे पर भी राजद-जदयू को मदद करेगा। कांग्रेस इसलिए भी संतुष्ट है कि बिहार में हाशिए पर चली गयी पार्टी अब मुख्यधारा में आ गयी है।
राजद-कांग्रेस की पौ बाहर
टिकट बंटवारे के बाद जदयू के लिए नये सदस्यों को टिकट देना संभव नहीं होगा। उसे सीटिंग सदस्यों को भी अडजेस्ट करने में परेशानी हो सकती है। जबकि राजद व कांग्रेस में असली बहार आ गयी है। सीट बांटने के व्यापक अवसर दोनों पार्टियों को मिल गया है। अब देखना यह है कि गठबंधन की सीटों के तालमेल के बाद कार्यकर्ताओं में कितनी ऊर्जा आती है और किस ताकत के साथ भाजपा से मुकाबले के लिए मैदान में डटते हैं।
(तस्वीर फोटो जर्नलिस्ट संजय कुमार की है।)