लालू प्रसाद ने आरएसएस और उसकी राजनीतिक पार्टी बीजेपी पर कड़ा प्रहार बोलते हुए कहा है कि ये पिछड़ों और दलितों का आरक्षण खत्म करना चाहते हैं.
लालू प्रसाद ने सोमवार को ट्विट करते हुए लिखा है कि आरएसएस एक घोर जातिवादी एवं स्वर्ण पुरुषवादी संगठन है. उन्होंने तीन ट्विट किये हैं. लालू ने लिखा है कि आरएसएस देश के 80 फ़ीसदी पिछड़ों एवं दलितों को ठगने का काम करता है.
अपना हमाला जारी रखते हुए लालू प्रसाद ने आरएसएस पर को ब्रह्मणों का संगठन बताते हुए सवाल किया है कि कोई महिला आज तक संघ प्रमुख क्यों नहीं बनाई गई? उन्होंने यह भी सवाल किया है कि अब तक गैर-ब्राह्मण समाज के व्यक्ति को संघ प्रमुख क्यों नही बनाया जाता?
गौर तलब है कि लालू प्रसाद पिछले कुछ दिनों से लगातार भाजपा और आरएसएस के जातीय स्वरूप पर चोट करते रहे हैं. इससे पहले लालू ने जाति आधारित जनगणना रिपोर्ट को सार्वजनिक न करने को ले कर भाजपा सरकार को घेरा था.
उन्होंने कहा था कि 1931 के बाद से जातीय जनगणना नहीं हुई. उनके प्रयासों से 2011 में जाति आधारित जनगणना की गयी लेकिन केंद्र सरकार जातियों की अलग अलग संख्या छुपा रही है. उन्होंने कहा था कि जातियों का फिगर मालूम होने से ही विकास की योजनायें बनाई जा सकती हैं.