बिहार भारतीय जनता पार्टी विधानमंडल दल के नेता एवं पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने राष्ट्रीय जनता दल अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के जमीन के बदले मंत्री बनवाने के मामले में नया खुलासा करते हुये आज कहा कि श्री यादव ने केन्द्र की तत्कालीन संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार में राजद के कोटे से मंत्री बनवाने के एवज में पार्टी के वरिष्ठ नेता रघुनाथ झा के बाद कांति सिंह से भी पटना में लगभग 25 करोड़ रुपये की जमीन उन्होंने अपनी पत्नी श्रीमती राबड़ी देवी के नाम करवा ली।
श्री मोदी ने प्रदेश मुख्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में राजद अध्यक्ष श्री यादव की पत्नी श्रीमती राबड़ी देवी के नाम पर श्रीमती कांति सिंह, उनके पति केशव प्रसाद सिंह और पुत्र ऋषि कुमार से जमीन लिखवाने से संबंधित दस्तावेज उपलब्ध कराते हुए कहा कि श्री यादव ने वर्ष 2004-2009 में संप्रग सरकार में रेल मंत्री के पद पर रहते हुए पार्टी के कोटे से श्री झा के अलावा श्रीमती सिंह को केन्द्र में मंत्री बनवाने के लिए 95 डिसमिल जमीन देनी पड़ी। श्रीमती सिंह, उनके पति और पुत्र को 13 मार्च 2006 को राबड़ी देवी के नाम 95 डिसमिल (30 कट्ठा) जमीन लिखनी पड़ी। पूर्व उप मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री यादव रेल मंत्री रहते हुए रेलवे की स्थिति में सुधार करने की बजाय अपने परिवार को आर्थिक रूप से और मजबूत बनाने में ही लगे रहे। समाजिक न्याय का ढिंढोरा पीट कर श्री यादव ने केवल गरीबों का पैसा लूटा है।