नोटबंदी के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की लगातार आलोचना कर रहे राष्ट्रीय जनता दल अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने अब नोटबंदी के 16 साइड इफेक्ट्स बताये हैं। श्री यादव ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक-एक कर नोटबंदी के 16 साइड इफेक्ट्स गिनाते हुए लिखा कि नोटबंदी से जहां 22 करोड़ लोगों की नौकरी छीन गयी और देश में सैकड़ों मौत हो गयी, वहीं दूसरी तरफ अर्थव्यवस्था चौपट हो गयी। व्यापार खत्म है ,व्यापारी त्रस्त और किसान, मजदूर एवं गरीब परेशान हैं।
उन्होंने कहा कि देश में गैर संगठित क्षेत्र में कार्यरत 94% लोगों का रोज़गार खतरे में है और रोजगार, उत्पादन, खपत और निवेश में भारी कमी। आर्थिक व्यवस्था ठप है और फुटकर व्यापारी मरने की कगार पर। राजद अध्यक्ष ने तंज कसते हुए कहा कि नकदी के रुप में प्रयोग होने वाला हर नोट काला धन नहीं होता, ज्यादातर वह पैसा है, जिस पर टैक्स दिया जा चुका होता है। उन्होंने कहा कि नोट का रंग और आकार बदलने से कालाधन और भ्रष्टाचार खत्म नहीं होगा।
उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार काला धन निकलवाने में असफल रही है। तीस करोड़ रुपये के नकली नोट खत्म करने के लिए 42000 करोड़ नए नोट छापने का देश पर खर्च लाद दिया गया। उन्होंने कहा कि भारत में केवल चार फ़ीसदी कालाधन नकदी में है और बाकी 96 प्रतिशत काले धन को छुपाने के लिए नोट बनाने का नाटक किया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले ढ़ाई सालों में सरकार ने लाखों- करोड़ काला धन विदेशों में भिजवाने के बाद नोटबंदी का दिखावा किया है।