राष्ट्रीय जनता दल अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने बिहार के राजगीर में आज से होने वाले दो दिवसीय ऊर्जा मंत्रियों के सम्मेलन को स्थगित किये जाने पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को यह बताना चाहिए कि सरकारी खजाने से लगभग सौ करोड़ रुपये से अधिक की राशि खर्च करने के बावजूद इसका आयोजन क्यों नहीं किया जा सका।
श्री यादव ने पटना में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि 10 एवं 11 नवम्बर को नालंदा जिले के राजगीर में राज्यों के ऊर्जा मंत्रियों का सम्मेलन आयोजित किया गया था और इसके लिये सभी तैयारियां भी पूरी कर ली गयी थीं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्वयं दो दिनों तक राजगीर में सम्मेलन स्थल का निरीक्षण किया था। उन्होंने कहा कि इसके बावजूद इसे स्थगित कर दिया गया।
राजद अध्यक्ष ने कहा कि सारी तैयारियों के बावजूद दिल्ली से ही इस कार्यक्रम को रद्द करने की घोषणा कर दी गयी। सम्मेलन की तैयारी के लिये सरकारी खजाने से 60 लाख रुपये खर्च दिखाया गया है। उन्होंने कहा कि वैसे तो सम्मेलन की तैयारी के नाम पर लगभग 100 करोड़ रुपये से अधिक की राशि खर्च होने का अनुमान है। देश के लोगों को यह पता चलना चाहिए कि ऊर्जा मंत्रियों के सम्मेलन को किन कारणों से स्थगित किया गया है। श्री यादव ने कहा कि देश में अभी कोई असामान्य स्थिति नहीं हुयी है जिसके कारण सम्मेलन को रद्द कर दिया गया।