भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि भ्रष्टाचार के मामले में सजायाफ्ता लालू प्रसाद यादव और ओम प्रकाश चौटाला से हाथ मिलाने वाले जदयू के नेता नीतीश कुमार को अब ईमानदारी नैतिकता और सिद्धांत की बात छोड़ देनी चाहिए। श्री मोदी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि बिहार के चारा घोटाले में सजा पाये राजद के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव तथा हरियाणा के शिक्षक बहाली घोटाले में सजा काट रहे ओमप्रकाश चौटाला तथा उनके पुत्र के साथ नीतीश कुमार ने हाथ मिला लिया है। उन्होंने कहा कि श्री कुमार उनके पक्ष में चुनाव प्रचार कर रहे हैं।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि अब श्री कुमार को ईमानदारी नैतिकता और सिद्धांत की बात नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि श्री कुमार को अब यह बताना चाहिए कि भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की उनकी बात का क्या हुआ। पूर्व उप मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार पूरी तरह से अराजकता की ओर बढ़ रहा है और मुख्यमंत्री दलित होने की आड़ में अपनी गलतियों पर माफी चाहते हैं। उन्होंने कहा कि पिछले पांच वर्षों से भी ज्यादा समय से श्री आमिर सुबहानी गृह विभाग के प्रधान सचिव बने हुए हैं। अब तक कोई भी इतने दिनों तक इस पद पर नहीं रहा हैं। विधि व्यवस्था उनकी भी जिम्मेवारी है, इसलिये वह इससे बच नहीं सकते हैं।
श्री मोदी ने कहा कि जब ऐसे लोगों के खिलाफ बयान दिया जाता है उसे जाति और धर्म से जोड़ दिया जाता है, जो उचित नहीं है । उन्होंने कहा कि जाति और धर्म किसी की कमजोरी छुपाने का आधार नहीं हो सकता है। भाजपा नेता ने कहा कि श्री मांझी ने मंदिर धोने का झूठा मुद्दा उठाकर समाज में तनाव पैदा करने की कोशिश की।वहीं बिहार में बाहुबली सांसद पप्पू यादव जैसे लोग समानांतर सरकार चला रहे हैं । उधर मंत्रियों को जान बचाने के लिये मंच के नीचे छिपना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि छपरा और किशनगंज में तनाव की घटना भी राज्य सरकार की प्रशासन पर कमजोर पकड़ का प्रमाण है ।