दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के कार्यालय पर केन्द्रीय जांच ब्यूरो की कथित छापेमारी के बाद उनके द्वारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को अपशब्द कहे जाने पर भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता सुशील मोदी ने ट्विटर के जरिए करारा हमला बोला और कहा कि लालू प्रसाद यादव के साथ मंच साझा करने के दौरान उन्होंने अपशब्द बोलने का गुरूमंत्र लिया है।
सुशील मोदी ने लगाया अारोप
श्री मोदी ने ट्विटर पर लिखा, “ दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने भ्रष्टाचार के 13 साल पुराने मामले में आरोपी भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी को प्रधान सचिव बनाया। 20 नवंबर को पटना आकर उन्होंने नीतीश कुमार के शपथ ग्रहण समारोह में राष्ट्रीय जनता दल सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव से गले मिलकर ईमानदारी का तार-तार हुआ चोला भी उतार फेंका और प्रधानमंत्री के प्रति अपशब्द बोलने का गुरुमंत्र ले लिया।”
पूर्व उप मुख्यमंत्री ने अपने एक अन्य ट्वीट में लिखा , “तीन हजार फोन काॅल रिकार्डिंग और 50 अफसरों से मिले सबूत के बावजूद किसी भ्रष्ट अफसर के खिलाफ केवल इसलिए छापे नहीं मारे जाने चाहिए कि उसे एक मुख्यमंत्री ने अपना प्रधान सचिव बना लिया है। इस मामले में कानून को अपना काम करने देना चाहिए लेकिन दुर्भाग्यवश, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सीबीआई की तारीफ करने के बजाय आरोपी को राजनीतिक संरक्षण दे रहे हैं। श्री मोदी ने एक अन्य ट्वीट में लिखा, “ शिक्षक भर्ती घोटाले में जेल की सजा काट रहे ओम प्रकाश चौटाला, चारा घोटाले में सजायाफ्ता लालू प्रसाद और शारदा चिट फंट घोटाले के आरोपियों से घिरीं ममता बनर्जी से दोस्ती निभाने वाले नीतीश कुमार अब अरविंद केजरीवाल का साथ दे रहे हैं। बताएं कि क्या सरकार या किसी आयोग ने केंद्र-राज्य संबंध को बेहतर बनाने के लिए किसी मुख्यमंत्री के दागी अफसर को कानून से ऊपर रखने की सिफारिश की है?