भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह कल देर रात राजकीय अतिथिशाला के लिफ्ट में करीब आधे घंटे तक फंसे रहे। जानकारी के अनुसार, श्री शाह कल रात स्थानीय पार्टी नेताओं से चुनावी रणनीति पर चर्चा करने के बाद जब वह अतिथिशाला के प्रथम तल पर कमरा संख्या 101 में लिफ्ट से जा रहे थे, तभी अचानक उनका लिफ्ट फंस गया।
सूत्रों ने बताया कि सीआरपीएफ और स्पेशल फोर्स के जवानों ने लिफ्ट का दरबाजा तोड़कर श्री शाह को बाहर निकाला । उन्होंने बताया कि लिफ्ट में श्री शाह के साथ भाजपा के वरीय नेता सदान सिंह, नागेन्द्र नाथ और भूपेन्द्र यादव थे । इस बीच भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री शाह आज सुबह पटना से दिल्ली के लिए रवाना हो गये। जांच में यह बात सामने निकल कर आयी कि अधिक वजन के कारण लिफ्ट रुक गई थी। लिफ्ट की क्षमता 340 किलोग्राम है। अमित शाह के साथ पांच और लोग लिफ्ट में सवार हो गए थे। इस बीच भाजपा के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद सी.पी ठाकुर ने घटना के पीछे साजिश की आशंका जताई है। वहीं, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडेय ने कहा कि पूरे घटना की जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि कुछ देर में और सभी को नहीं निकाला जाता तो लिफ्ट में फंसे होने की वजह से किसी की जान भी जा सकती थी।
लालू का कटाक्ष
इस पर चुटकी लेते हुए राजद प्रमुख लालू यादव ने कहा कि उनके (अमित शाह) जैसे आदमी को लिफ्ट में नहीं घुसना चाहिए। श्री यादव ने यहां कहा कि अमित शाह जैसे मोटे आदमी को पटना की लिफ्ट में नहीं घुसना चाहिए था। बिहार में लिफ्ट छोटी होती है। लिफ्ट इतने मोटे लोगों को ढोने लायक नहीं है।