लिफ्ट में फंस कर 40 मिनट तक छटपटाहट में गुजारने वाले भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की मुश्किलें अभी और बढ़ेंगी. उन्हें और उनके सहयोगियों को वजन तौलवाने के बाद यह बताना होगा कि उनसबका वजन 340 किलो ग्राम से ज्यादा तो नहीं था.
नवभारत टाइम्स न्यूज पोर्टल में सीएल मनोज की रिपोर्ट के अनुसार लिफ्ट में फंसने की जांच करने वाली कमेटी अमित शाह और उनके साथ के नेताओं को वजन कराने के लिए बुला सकती है.
गौरतलब है कि अमित शाह 20 अगस्त की रात पटना के गेस्ट हाउस में लिफ्ट से प्रथम तल्ले पर अपने कमरे में जा रहे थे. इस दौरान लिफ्ट अचानक बंद हो गयी और अमितशाह फंस गये. लिफ्ट में शाह के अलावा चार लोग और थे. सांसद भूपेंद्र यादव, राष्ट्रीय महामंत्री सौदान सिंह, बिहार के संगठन मंत्री नागेंद्र जी और शाह के निजी सचिव कृपाल. लिफ्ट में फंसने के बाद जब उसे चालू करने के सारे विकल्प फेल हो गये तो सुरक्षाकर्मियों ने लिफ्ट का दरवाजा तोड़ कर उन्हें बाहर निकाला.
जांच कमेटी यह सुनिश्चित करना चाहती है कि कहीं शाह के अलावा जो चार लोग लिफ्ट में थे उनका वजन लिफ्ट की निर्धारित क्षमता से ज्यादा तो नहीं थी.
रिपोर्ट में कहा गया है कि जांच कमेटी यह भी पता लगा रही है कि इस मामले में लिफ्ट संचालकों की भूमिका क्या थी.