लोजपा में हुई बड़ी टूट, 27 नेताओं ने दिया इस्तीफा
दो महीना पहले विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाने का दावा करनेवाले चिराग पासवान को बड़ा झटका लगा है।
आज लोजपा में बगावत हो गई। पार्टी के 27 नेताओं ने एक साथ पार्टी से इस्तीफा दे दिया। हाल तक भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाने का दावा करने वाले चिराग पासवान के लिए अब पार्टी को एकजुट रखना चुनौती बन गया है।
लोजपा के पूर्व प्रदेश महासचिव केशव सिंह की अध्यक्षता में आज महत्वपूर्ण बैठक हुई, जिसमें इन नेताओं ने पार्टी से इस्तीफा देकर अलग राह पर चलने का ऐलान कर दिया। इस्तीफा देनेवालों में दलित सेना के प्रदेश महासचिव सुभाष पासवान, पूर्व प्रदेश महासचिव रामनाथ रमण, विश्वनाथ कुशवाहा, दीनानाथ क्रांति, पारसनाथ गुप्ता, अशोक पासवान, प्रो. एजाज उस्मानी, श्रम प्रकोष्ठ के अध्यक्ष कौशल किशोर कुशवाहा, प्रदेश सचिव विजय कुमार सिंह सहित अन्य नेता शामिल हैं।
यह कितनी बड़ी टूट है, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि कल ही सोमवार को लोजपा ने अपनी राज्य इकाई की बैठक बुलाई है। इस बैठक की अध्यक्षता प्रिंस राज करेंगे।
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उधर पार्टी छोड़नेवाले नेताओं ने पूरी तरह अपना पत्ता नहीं खोला है। उन्होंने फिलहाल इतना कहा है कि वे एनडीए के हिस्सा थे, इसीलिए एनडीए के ही किसी घटक दल में शामिल होंगे। अन्य दलों से बात करने के लिए पार्टी छोड़नेवाले नेताओं ने अलग-अलग टीमें बनाई हैं, जो विभिन्न दलों से बात करेगी। इसके बाद तय होगा कि वे किस दल में शामिल होंगे।
पार्टी में इस टूट को बड़ी टूट माना जा रहा है। यह टूट ऐसे वक्त हुई है, जब लोजपा को भाजपा कोई महत्व नहीं दे रही है। पार्टी एनडीए में रहते हुए भी बिहार की सत्ता से बाहर है। जदयू के साथ उसके रिश्ते पहले ही खराब हैं। इसलिए उसे बिहार में विपक्ष की भूमिका में ही रहना होगा। अब देखना है कि चिराग अपनी पार्टी में कोई दूसरी टूट को किस प्रकार रोकते हैं, साथ ही आगे की क्या रणनीति तय करते हैं।