राजनीतिक दृष्टि से अपने करियर का लोकसभा में सबसे दर्दनाक हार झेलने वाले शाहनवाज हुसैन अब विधानसभा का उप चुनाव लड़ने का मन बना रहे हैं.
नौकरशाही डॉट इन को यह उड़ती खबर हाथ लगी है कि 21 अगस्त को होने वाले दस विधानसभा क्षेत्रों के उपचुनाव में शाहनवाज ने भाजपा कार्यालय से सम्पर्क साधा है. माना जा रहा है कि उन्हें टिकट दिया भी जा सकता है. हालांकि इस बात की पुष्टि शाहनवाज ने खुद अपनी तरफ से नहीं की है. अगर टिकट मिला तो वह उसी भागलपुर से किस्मत आजमायेंगे जहां लोकसभा चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था.
लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि राजनीतिक लिहाज से अब तक काफी भाग्यशाली रहे शाहनवज की किस्मत ने इस बार काफी बड़ा दगा किया जिसके सदमे को वह अभी तक झेल रहे हैं. यह दुनिया जानती है कि अगर वह लोकसभा चुनाव जीत गये होते तो कैबिनेट की कुर्सी तो उनके लिए चुटकियों में होती, क्योंकि यह शाहनवाज हुसैन ही हैं जिन्हें अटल बिहार वाजपेय मंत्रिमंडल में भी जगह मिली थी. हालांकि संगठन में उनसे बड़े नेता मुख्तार अब्बास नकवी मौजूद थे लेकिन वह चुनाव हार गये थे.
लेकिन इस बार शाहनवाज की किस्मत में कैबिनेट की कुर्सी नहीं लिखी थी. शायद इसी लिए वह अपने राजनीतिक वजूद को बचाये रखने के लिए विधानसभा का उपचुनाव लड़ना चाह रहे हैं.
शाहनवाज हुसैन देश में भाजपा के एक ऐसे स्थापित चेहरा बन गये हैं जो लोकसभा चुनाव उस दौर में भी जीतता रहा है जब भाजपा अकेले दम पर कभी बहुमत में नहीं आ सकी. लेकिन इस बार जब वह अकेले दम पर बहुमत से ज्यादा सीटें ले आयी तो शाहनवाज हार गये और कैबिनेट से महरूम रह गये.
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