मिहला प्रशिक्षु वकील के साथ यौन उत्पीड़न के मामले में जांच कमेटी ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी है.इस मामले में पूर्व जस्टिस एके गांगुली का बयान भी इस रिपोर्ट मे शामिल है.
हालांकि आरोपों के घेरे में आए पूर्व जस्टिस एके गांगुली ने इन आरोपों का जोरदार खंडन किया है.
इस संबंध में उन्होंने एनडीटीवी से बात करते हुए यौन उत्पीड़न के आरोप से इनकार किया है. उनका कहना है कि वह पूरी तरह बेगुनाह हैं और हालात के शिकार हैं। उन्होंने कहा कि अपनी जिंदगी में उन्होंने कई इंटर्न के साथ काम किया वे आज अच्छी जगहों पर हैं और मैं उनसे अपने बच्चों की तरह बर्ताव करता हूं.
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इस मामले की जांच कर रही सुप्रीम कोर्ट की तीन-सदस्यीय समिति ने अपनी रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट को सौंपी। इससे पहले, समिति के तीनों सदस्यों ने छह बार बैठकें कीं। घटना के संदर्भ में पहली बार न्यायाधीश के नाम का खुलासा किया गया है. सूत्र ने एनडीटीवी को बताया कि पैनल की रिपोर्ट मुख्य न्यायाध्याधीश न्यायमूर्ति पी. सताशिवम को सौंपी गई, जिसमें पीड़िता का बयान भी शामिल है.
मालूम हो की पीड़िता वकील ने पिछले दिनों एक वेबसाइट पर अपने साथ हुए यौन उत्पीड़न की पूरी कहानी लिखी थी. इसके बाद काफी हंगामा हुआ था. फिर मुख्य न्यायधीश ने इस मामले की जांच के लिए एक कमेटी बनायी थी. पीड़िता वकील ने आरोप लगया था कि वह सुप्रीम कोर्ट के एक जज के साथ बतौर इंटर्न काम कर रही थी इस दौरान जज ने उनका यौन उत्पीड़न किया था. उन्होंने लिखा था कि जज हाल ही में रिटायर कर गये हैं.
अब जब कि जांच कमेटी ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी है. अब देखना है कि इस मामले में आगे क्या होता है.