जनता दल यू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने केंद्र सरकार पर प्रहार करते हुए पूछा है कि केंद्रीय शिक्षण संस्थानों में दलित व मुस्लिम छात्र क्यों सुरक्षित नहीं हैं. उन्होंने कहा कि जे.एन.यू हॉस्टल से पिछले दस दिनों से संदिग्ध हालात में नजीब अहमद का गायब होना वाकई चिंताजनक है।
उन्होंने कहा कि उन्हें मीडिया से यह ज्ञात हुआ कि भाजपा समर्थित संगठन के छात्रों ने उसके साथ मारपीट की थी,जिसके तुरंत बाद से वह गायब है। ऐसे में सरकार को उसे खोजने के प्रयासों को और तेज करना चाहिए।
हम इस घड़ी में जे एन यू के छात्र-शिक्षकों के आंदोलन में साथ खड़े हैं। इस प्रसंग में गृह मंत्रालय के सामने नजीब को खोज निकालने के लिए किए जा रहे प्रदर्शन पर सरकार की ओर से चलायी गई लाठी की भी हम कड़े शब्दों में निंदा करते हैं। ऐसे हालत में हम नजीब के परिवार को हौसला बनाए रखने की भी अपील करते हैं।
लेकिन मेरी चिंता यह है कि यह सिलसिला कब रुकेगा?इस संघर्ष में हम कितने बच्चों को खोएँगे? रोहित बेमुला से लेकर नजीब अहमद तक न जाने कितनी घटनाएँ हुई है। क्या दलित और मुस्लिम समुदाय के नागरिक इन सर्वोच्च संस्थानों में भी सुरक्षित नहीं हैं?