पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर पूरे देश में शोक की लहर है. इसको लेक बिहार सरकार ने शुक्रवार को सरकारी छुट्टी घोषित की है. केंद्र सरकार ने भी अटल जी के निधन पर पूरे देश में 7 दिनों का राष्ट्रीय शोक धोषित किया है. अटल बिहारी बाजपेयी की निधन पर पटना हाई कोर्ट सहित राज्य के तमाम सिविल कोर्ट बंद रहेगा. इसके साथ ही बिहार सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर सात दिनों के राजकीय शोक एवं शुक्रवार (17 अगस्त) को एक दिन का सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है.
नौकरशाही डेस्क
जदयू सुप्रीमो नीतीश कुमार – भारत के पूर्व प्रधानमंत्री एवं भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी जी का निधन दुःखद. देश ने सबसे बड़े राजनीतिक शख्सियत, प्रखर वक्ता, लेखक, चिंतक, अभिभावक एवं करिश्माई व्यक्तित्व को खो दिया. उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि. बिहार सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के निधन पर सात दिनों के राजकीय शोक एवं कल (17 अगस्त) को एक दिन का सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है.
राजद सुप्रीमो लालू यादव – भारतीय राजनीति में एक युग का अंत. वाजपेयी जी के निधन से मैनें एक मित्र और अभिभावक खो दिया हैं.वो उस राजनीतिक धारा के आखिरी स्तम्भ थे जहां परस्पर विरोधी राजनीतिक विचारधारा के लोग सहज और शालीन संवाद कर सकते थे.और हां! गर्व का विषय है कि अटलजी के नाम मे बिहारी भी था.आप बहुत याद आओगे.
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नित्यानंद राय – अटल जी का निधन हृदय को अपार पीड़ा देने वाला है. वे हम सभी के मार्गदर्शक थे. उनका जीवन और उनके विचार हम जैसे करोड़ों कार्यकर्ताओं के लिए प्रेरणादायी थे. वे भले आज स-शरीर हमारे बीच नहीं हैं. लेकिन उनके विचार हमारे लिए पूंजी की तरह हैं. नम आंखों से श्रद्धेय अटल जी को श्रद्धांजलि. भारतीय जनसंघ के संस्थापक सदस्य, भारतीय जनता पार्टी के संस्थापक एवं देश भर में करोड़ों लोगों के हृदय पटल पर राज करने वाले हम सभी के मार्गदर्शक श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी का हमारे बीच से जाना, एक ऐसी अपूरणीय क्षति है जिसकी भारपाई कभी नहीं हो सकती है.
लोजपा सुप्रीमो राम विलास पासवान – मैं जब 8वीं क्लास में पढ़ता था तो पहली बार उनका भाषण बिहार के खगड़िया में सुना था.उनके भाषण के स्टाईल ने हमारे जैसे बच्चों को काफ़ी प्रभावित किया था. उनके निधन से पूरा देश स्तब्ध है.युगो के बाद ऐसा नेता पैदा होता है.उनको भरे दिल से आख़िरी विदाई.ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे. आदरणीय वाजपेयी जी से मेरा सम्बंध 1977 से रहा है .उनके नेतृत्व में मंत्रिमंडल में मुझे काम करने का मौक़ा भी मिला .उनके बहुत सारे अनुभव मेरे साथ है. बहुत से लोग पद से जाने जाते हैं लेकिन अटल बिहारी वाजपेयी जी के सामने प्रधानमंत्री का पद बहुत छोटा था. वे एक सर्वमान्य राजनेता, प्रखर वक्ता, सफल कूटनीतिज्ञ, सोच में स्पष्टता, सामाजिक न्याय के योद्धा और महान राष्ट्र भक्त थे.
रालोसपा सुप्रीमो उपेंद्र कुशवाहा – देश के पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी का निधन बेहद दुःख भरी खबर है. उनके निधन से देश में एक खास राजनैतिक युग का अंत हो गया. ईश्वर उनकी दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करे .